वनों को बचाने में शहीद कर्मचारियों को याद किया
बागेश्वर। राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पर वनों की सुरक्षा में शहीद हुए वन कर्मियों को याद किया गया। दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने शहीद के परिवार की सरकार तब तक जिम्मेदारी उठाए जब तक परिवार पूरी तरह आत्मनिर्भर नहीं हो जाता। वन प्रभाग में हुए कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि वनों और वन्य जीवों को बचाने में हर साल कई कर्मचारी शहीद हो जाते हैं। इससे उनके परिवार के सामने कई संकट पैदा हो जाते हैं। उन्होंने शहीद कर्मचारियों के परिवार को पूर्ण रूप से आर्थिक मदद देने की मांग की। उनके आश्रितों को आत्मनिर्भर होने तक सहायता मिले। वक्ताओं ने कहा कि वनों और वन्य जीवों की सुरक्षा में लगे कर्मचारियों तथा अधिकारियों को भी पूरी सुरक्षा मिले। उन्हें शस्त्र देने की भी मांग की गई। उन्हें जोखिम भत्ते के रूप में अतिरिक्त वेतन देने की मांग की गई। इस मौके पर वन कर्मचारी संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष दामोदर जोशी, जिला मंत्री चंदन टंगड़िया, भूपाल राम, वन आरक्षी संघ के जिलाध्यक्ष श्याम सिंह, केवलानंद पांडे, त्रिलोक पांडे, मनोज आर्या, त्रिलोचन कांडपाल और नरेश सिंह आदि मोजूद रहे।