उत्तरकाशी में धू-धूकर जला वरुणावत पर्वत
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के शीर्ष पर स्थित वरुणावत पर्वत की चोटी पर बुधवार देर रात भीषण आग लग गई। जिससे वरुणावत पर्वत धू-धूकर जलता रहा। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को डुंडा, मुखेम, धरासू रेंज के जंगलों में भी आग लग गई। जिस पर वन विभाग अभी तक काबू नहीं पा सका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते जंगल जल रहे हैं। लेकिन विभाग को इसकी भनक तक नहीं है। बता दें कि भीषण गर्मी में आग का प्रकोप उत्तरकाशी के लिए बड़ी आफत साबित हो रहा है। वरुणावत पर्वत की चोटी के साथ ही गंगा और यमुना के जंगलों में भीषण आग लगने से स्थानीय लोगों सहित तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जंगल में लगी आग से उठते धुएं से शहर में भी धुंध छाई है। जिससे पारा बढ़ गया है। उत्तरकाशी वन प्रभाग में अब तक वनाग्नि की 44 घटनाओं में 31.63 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुका है। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से उत्तरकाशी वन प्रभाग के बाड़ाहाट, मुखेम रेंज का जंगल लगा हुआ है। वन विभाग से मिले आंकड़ों पर नजर डाले तो इस वर्ष उत्तरकाशी वन प्रभाग की छह रेंजों में सर्वाधिक वनाग्नि की घटनाएं करीब 18 मुखेम रेंज के जंगल में हुई हैं। वहीं दूसरी ओर धरासू रेंज के जंगलों में भी गुरुवार को आग सुलगती रही। इससे कई हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो गए। जंगलों में लगी आग के कारण यमुनोत्री धाम की यात्रा से लौट रहे यात्रियों को राड़ी टॉप के पास से आग के बीच सफर करना पड़ा। जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा।