मनमानी का आरोप, वाहन स्वामियों ने शुरू किया धरना
15 वर्ष की अवधि पूरी कर चुके वाहनों को हटाए जाने का विरोध
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : 15 वर्ष पूर्ण कर चुके वाहनों को जीएमओयू कंपनी से हटाए जाने का वाहन स्वामियों ने विरोध किया है। वाहन स्वामियों ने धरना देते हुए इसे मनमानी बताया। कहा कि ऐसे में वाहन स्वामियों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा। जल्द मांग पूरी नहीं होने पर चक्काजाम की भी चेतावनी दी गई।
मंगलवार को जीएमओयू बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले वाहन स्वामियों ने जीएमओयू कार्यालय में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। साथ ही बुधवार को वाहन चालकों ने चक्का जाम करने का भी एलान किया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कंपनी ने 15 वर्ष पूर्ण करने वाले वाहनों को संचालन से बाहर कर दिया है, जबकि सरकार की ओर से रख-रखाव के आधार पर फिटनेस प्रमाणपत्र जारी किए जा रहे हैं। अन्य कंपनियों में भी 15 वर्ष पूर्ण करने वाले वाहनों का संचालन किया जा रहा है। कंपनी प्रशासन के मनमाने रवैए के कारण उनके वाहनों का संचालन नहीं होने से उन्हें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कंपनी के वार्षिक चुनाव पूर्व की भांति मतदान से कराने, कोर्ट का निर्णय आने तक कंपनी संचालकों के चुनाव पर रोक लगाने, चुनाव समिति को भंग करने, कंपनी में पुराने वाहनों के संचालन पुन: शुरू करवाने, कंपनी में छोटे वाहनों के संचालन पर रोक लगाने, वाहन स्वामियों का दो प्रतिशत कमीशन वापस करने की मांग की। धरना देने वालों में सुरेंद्र सिंह रावत, हीरामणि सेमवाल, सत्यानंद भट्ट, कोमल सिंह, बलराम सिंह, सुखदेव सिंह, गणेश भट्ट, दीपक, मातबर सिंह रौथाण, सचितानंद, विनोद कुमार, दुर्गा प्रसाद, साबर सिंह शामिल रहे।