जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बरसात के मौसम में बंद पड़े लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरु हो गई है। मार्ग पर वाहनों की आवाजाही से लालढांग व कोटद्वार के मध्य आवागमन करने वालों को राहत मिली।
11 किमी. लंबा लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग का अधिकांश भाग वन क्षेत्र से होकर गुजरता है। यह मार्ग राज्य की सीमा के अंदर कोटद्वार से हरिद्वार को सड़क संपर्क से जोड़ने वाला भी एक मात्र संपर्क मार्ग है। इसी मार्ग से लैंसडौन वन प्रभाग के मुख्यालय से लालढांग रेंज कार्यालय व वन क्षेत्र में वन कर्मियों और अधिकारियों का आवागमन होता है। वर्षाकाल में सिगड्डी स्रोत व मैलीस्रोत नदियां उफान पर रहीं, जिससे पूरे दो महीने आवागमन बाधित रहा। सड़क की हालत खराब होने से इस मार्ग पर लैंसडौन वन प्रभाग के कर्मचारी और अधिकारी भी वाहनों से पेट्रोलिंग नहीं कर पा रहे थे। वन विभाग के साथ ही क्षेत्रीय जन ने मार्ग को पेट्रोलिंग के लिए दुरुस्त किया तो इस पर अन्य वाहनों की भी आवाजाही शुरु हो गई। मार्ग खुलने से रोजमर्रा के काम के लिए कोटद्वार-लालढांग आने वाले लोगों को काफी राहत मिली है। वहीं, मार्ग से जीएमओयू की बसों का संचालन होने से भी यात्रियों को काफी राहत मिली है। अब बसों को उत्तर प्रदेश से होते हुए हरिद्वार नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही भाबर की ओर बसों का संचालन होने से जशोधरपुर फैक्ट्रियों में काम करने वालों को भी राहत मिली।