विधायक दुष्कर्म मामले में पीड़िता ने भेजे लिखित बयान

Spread the love

देहरादून। विधायक पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला ने लिखित में बयान पुलिस को भेजे हैं। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने इसकी पुष्टि की। बताया कि महिला की ओर से एफिडेविट के साथ पत्र पुलिस को मिला है। पुलिस कार्यालय की ओर से यह पत्र विवेचक को भेज दिया गया है। द्वाराहाट से भाजपा विधायक महेश नेगी पर उन्हीं के इलाके की एक महिला ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले की जांच अब एसआईएस शाखा की दरोगा आशा पंचम को सौंपी गई है। मामले में विवेचक मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला को नोटिस देकर बयान बुलाने की तैयारी कर रही थीं कि इस बीच महिला ने लिखित बयान डीआईजी अरुण मोहन जोशी को भेजे हैं। बकायदा एफिडेविट भी पत्र के साथ संलग्न किया गया है। डीआईजी जोशी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि महिला के लिखित बयान मिले हैं, जिन्हें विवेचक को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि विवेचना तेजी से सभी पहलुओं पर की जा रही है। कुछ लोगों के बयान होने बाकी हैं। सभी शिकायती पत्रों और साक्ष्यों को जांच में शामिल किया गया है। अगर कोई बयान दुबारा दर्ज कराना चाहता है तो करा सकता है।
महिला की रूममेट के बयान दर्ज कराए
देहरादून। द्वाराहाट विधायक की पत्नी ने ब्लैकमेलिंग के आरोप में महिला समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसकी विवेचना सीओ सदर अनुज कर रहे हैं। डीआईजी जोशी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि महिला की परिचित एक युवती उसकी रूममेट थी। उक्त युवती के धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराए गए हैं।
कल हमने एप्लीकेशन डीआईजी को दी है। पत्र में लिँखा है कि महिला के पूर्व में जो बयान हुए थे, उन्हें पुलिस ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया। यह सब विधायक पक्ष को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। महिला की बेटी की तबीयत भी सही नहीं है। इस कारण महिला विवेचनाधिकारी के समक्ष मौखिक रूप से उपस्थित नहीं होकर बयान लिखित में भेजा गया है। डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट पता और ईमेल पुलिस को दी है। पुलिस महकमा दबाव में काम कर रहा है। गवाह को धमकाकर मजबूर किया जा रहा है। ऐसे कैसे निष्पक्ष जांच होगी। सीबीआई जांच की मांग के लिए कोर्ट में याचिका दो-तीन दिन में दाखिल की जा रही है। – एसपी सिंह, महिला के वकील

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *