विद्यार्थियों को भूमि और जल के बारे में दी जानकारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नेशनल जियोकैमिकल मैपिंग (एनजीसीएम) द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज धोबीघाट में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को जियोलॉजीकल सर्वें ऑफ इंडिया के तहत भूमि तथा जल आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। नागालैंड राज्य की आरवी शिमापी ने मानचित्रों के माध्यम से प्रोजेक्ट के विषय में विद्यार्थियों को जानकारी दी।
नेशनल जियोकैमिकल मैपिंग के डायरेक्टर मैपिंग के डायरेक्टर जियालॉजिस्ट पंकज कुमार ने बताया कि यह जीएसआई खान मंत्रालय द्वारा लिया गया राष्ट्रीय कार्यक्रम है, ताकि भारत की खनिज संभावनाओं के मुद्दों का समाधान किया जा सकें। इस तरह के कार्यक्रम उत्तराखण्ड के कोटद्वार व काशीपुर सहि देर में जगह-जगह आयोजित किये जा रहे है। कार्यक्रम में ज्योति शुक्ला ने बताया कि चार मार्च 1850 में ब्रिटिश द्वारा इसकी स्थापना की गई थी। इसका नॉर्दन रीजन का हैड क्वाटर अलीगंज लखनऊ उत्तर प्रदेश में स्थित है। इसमें भारत सरकार द्वारा भूमि संवाद व आसपास के क्षेत्र में जल की गुणवत्ता हेतु सैंपल को एकत्र कर अपने हैड क्वाटर परीक्षण हेतु भेजा जाता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य लखपत राज खुगशाल ने कहा कि विद्यालय के आसपास क्षेत्र में इस तरह के प्रोजेक्ट कार्यों की अति आवश्यकता थी। इससे यहां पर ग्राीमणों को आसपास के क्षेत्रों में पानी की गुणवत्ता से लेकर भूमि की गुणवत्ता का भी पता चलेगा। कार्यक्रम में डॉ. सौरभ मिश्र, भारत सिंह नेगी, गोपाल सिंह बेदी, गजेन्द्र रावत, इंदू बिष्ट आदि मौजूद थे।