विद्यार्थियों को दिया जैली, अचार, चिप्स बनाने का प्रशिक्षण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। भक्त दर्शन स्नातकोत्तर राजकीय महाविद्यालय जयहरीखाल में कैरियर काउंसिलिंग समिति, राजकीय फल एवं उद्यान विभाग जयहरीखाल द्वारा विद्यार्थियों को पर्वतीय क्षेत्रों में फल संरक्षण एवं खाद्य प्रसंस्करण के बारे में जानकारी दी गई। फल संरक्षण एवं खाद्य प्रसंस्करण के अन्तर्गत जैली, अचार, चिप्स आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। वक्ताओं ने कहा कि इस तरह का प्रशिक्षण विद्यार्थियों व उनके पारिवारिक सदस्यों को स्वालंबी बनाने एवं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में बहुत उपयोगी होता है।
उद्यान विभाग के प्रभारी अतुल चौहान ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में फल संस्कारण एवं प्रसंस्करण द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों में अतिरिक्त आय का सृजन करके ग्रामीण क्षेत्रों में अतिरिक्त आय का सृजन करके ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगर को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। जिससे पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन की समस्या का निराकरण किया जा सके। अभय कुमार बीटीएम जयरीखाल ने बताया कि आज प्रदेश एवं केन्द्र सरकार द्वारा वोकल फार लोकल आत्मनिर्भर भारत एवं स्वयं सहायता समूह को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। जिसका लाभ विद्यार्थियों को स्वरोजगार के माध्यम से स्वयं एवं परिवार के सदस्यों को अतिरिक्त सृजन के लिए भी किया जा सकता है। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. राम सूरत, प्रो. मनोज यादव, डॉ. संजय मदान, डॉ. आरके द्विवेदी, डॉ. पंकज बहुगुणा, डॉ. आरके सिंह, प्रो. शैलेन्द्र मधवाल आदि मौजूद थे।