समस्याओं का हल न होने पर ग्राम प्रधानों ने दी जिम्मेदारियों का बहिष्कार करने की चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिला प्रधान संगठन पौड़ी ने विभिन्न समस्याओं के हल की मांग को लेकर डीएम को ज्ञापन दिया है। संगठन ने जल्द ही समस्याओं का हल नहीं होने पर कोरोना काल के दूसरे चरण में मिलने वाले जिम्मेदारियों का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
डीएम को भेजे गए ज्ञापन में ग्राम प्रधान संगठन पौड़ी के जिलाध्यक्ष कमल रावत ने कहा है लंबे समय से प्रधानों का मानदेय बढ़ाने, प्रधानों को कोरोना योद्धा घोषित करने, कोरोना वैक्सीन सबसे पहले प्रधानों को लगाने, कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रधानों को अलग से मद उपलब्ध कराने सहित 12 सूत्रीय मांग शासन में लंबित है। पूरे प्रदेश के प्रधानों द्वारा मानदेय बढ़ाने की पुरजोर मांग की जा रही है, लेकिन सरकार की ओर से केवल आश्वासन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 2020 में पूरे प्रदेश में कोरोना काल में ग्राम प्रधानों द्वारा अपनी-अपनी ग्राम सभाओं में सरकार के साथ मिलकर बेहतर योगदान दिया, लेकिन राज्य सरकार ने ग्राम प्रधानों को बहुत ही अपेक्षित किया। राज्य सरकार ने ग्राम प्रधानों को उनके सराहनीय कार्यों के लिए एक प्रशस्ति पत्र तक देना मुनासिब नहीं समझा। प्रवासियों को क्वारंटाइन कराने में और क्वारंटाइन सेंटर में उनकी व्यवस्था कराने में ग्राम प्रधानों को बहुत ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ा। राज्य के सभी ग्राम प्रधानों द्वारा नि:स्वार्थ भाव से सरकार के निर्देशों का पालन किया गया और कोरोना वायरस के रोकथाम में प्रधानों की भूमिका अग्रणी रही थी, लेकिन कोरोना वैक्सीनेशन के समय भी प्रधानों को फ्रंट लाइन में कोरोना वेक्सीइन नहीं लगाई गई। आज भी कई ग्राम प्रधानों को वैक्सीन नहीं लग पाई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही ग्राम प्रधानों की समस्याओं का हल नही होने पर द्वितीय चरण में किसी प्रकार का सहयोग शासन व प्रशासन का नहीं किया जाएगा।