ग्राम प्रधानों ने की विकास भवन में संचालित सभी दफ्तरों में तालाबंदी
रुद्रप्रयाग। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले भर के ग्राम प्रधानों का आंदोलन जारी है। सोमवार को तीनों ब्लॉकों से आए ग्राम प्रधानों ने विकास भवन में संचालित सभी दफ्तरों में तालाबंदी की। साथ ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी। इस दौरान जनपद प्रधान संगठन के बैनर तले एक दिवसीय धरना भी दिया गया। सोमवार को सुबह 10 बजे प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष देवेंद्र भंडारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्राम प्रधानों ने विकास भवन कार्यालय में प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए प्रधान सभी दफ्तरों में पहुंचे और यहां तालाबंदी की। सभी कर्मचारियों को विकास भवन परिसर में लाने के बाद उन्होंने मुख्य गेट पर भी तालाबंदी की। कहा कि सरकार ग्राम प्रधानों की मांगों को नजरअंदाज कर रही है जिसे किसी भी दशा में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि कोरोनाकाल में लॉकडाउन में शहरों से गांवों में लौटे प्रवासियों की निगरानी सहित क्वारंटाइन सेंटरों की देखरेख, साफ-सफाई, दवा छिड़काव के कार्य किए गए, किंतु कोरोना वैक्सीनेशन में उन्हें कोई प्राथमिकता नहीं दी गई। सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत से सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) को प्रतिमाह ढाई हजार रुपये दिए जा रहे हैं, जो औचित्यहीन है। उन्होंने 12 सूत्री मांगों पर त्वरित कार्रवाई न होने पर प्रदेश स्तर पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष देवेंद्र भंडारी, महामंत्री विकास नौटियाल, विजयपाल सिंह राणा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमित प्रदाली, दलीब राणा, उपाध्यक्ष सुनील बुटोला, सुखवीर लाल, सुनीता रावत, देवेश्वरी देवी, संगीता देवी, रूकमणी देवी, जगतपाल सिंह, जीतराम, धीरेंद्र सिंह, ज्योति, सुभाष रावत, उप सचिव विनोद, संदीप पुष्पवाण योगेंद्र सिंह नेगी बड़ी संख्या में बड़ी संख्या में प्रधान मौजूद थे।