जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत रणेथ गांव की पुरानी पेयजल योजना बरसात से क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है, जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पानी के अभाव में उनकी खेती भी खत्म हो गई है। ग्रामीणों ने जल संस्थान से पेयजल लाइन व क्षतिग्रस्त टैंक की मरम्मत कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने इस संबंध में जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन भेजा है।
रणेथ गांव निवासी देवी प्रसाद ने बताया कि गांव में पेयजल की समस्या को देखते हुए अविभाजित यूपी के समय में 1990 में छतिड़ गांव के गदेरे से पेयजल योजना बनाई गई। पेयजल आपूर्ति के लिए टैंक भी बनवाया गया था। इस पानी का उपयोग ग्रामीण पीने के साथ ही साग सब्जियों के उत्पादन के लिए भी करते थे। कहा कि जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद से ही जल संस्थान इस पेयजल योजना की मरम्मत पर ध्यान नहीं दे रहा है। कहा कि पेयजल योजना बरसात से बंद पड़ी हुई है। गांव में बनी पानी की टंकी भी क्षतिग्रस्त होने की कगार पर है। कहा कि इस योजना से पानी नहीं मिलने के कारण उनकी खेती-बाड़ी प्रभावित हो रही है। उन्होंने क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन व पेयजल टंकी की मरम्मत कराने की मांग की है।