मार्ग डामरीकरण नहीं होने पर ग्रामीणों ने जताया आक्रोश
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लगातार शिकायतों के बाद भी पाटीसैंण-थापली मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं होने पर ग्रामीणों ने रोष व्यक्त किया है। कहा कि बदहाल पड़े मार्ग पर हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। सरकारी सिस्टम ग्रामीणों के हितों को लेकर लापरवाह बना है।
ग्राम सभा ग्वाड के तोक गांव थापली तल्ली व इससे जुड़े ग्रामीणों की बैठक आयोजित की गई। पूर्व प्रधान विजेंद्र सिंह बिष्ट ने थापली तल्ली मोटर मार्ग का डामरीकरण न किए जाने पर नाराजगी जताई। कहा कि वर्तमान में मोटर मार्ग की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई है। कहा कि क्षेत्रीय लोगों की मांग पर विभाग की तरफ से पाटीसैंण से पंवार गाव, बौंसाली, ग्वाड, थापली, देधार, जखोलू, रेडू, किमोला, रैसोडा, भैसोड़ा आदि गांव के ग्रामीणों को यातायात का लाभ पहुंचाने के लिए मोटर मार्ग का निर्माण करवाया था। लेकिन, मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं किया गया, जिससे वर्षाकाल में मोटर मार्ग जगह-जगह से टूट गया। सड़क पर गढ्ढे बन गए व मोटर मार्ग ऊबड़-खाबड़ हो गया है, जिससे वाहनों का चलना भी दूभर हो रखा है। कई बार वाहन दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं। मोटर मार्ग के डामरीकरण की मांग को लेकर लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज सहित विभाग के उच्चाधिकारियों को लिखित व मौखिक रूप से अवगत भी करवा दिया है। लेकिन मोटर मार्ग का डामरीकरण न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। ग्रामीणों ने मोटर मार्ग का डामरीकरण न होने पर ग्रामीण लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय भी ले सकते हैं। इस मौके पर रैवत सिंह बिष्ट, राम सिंह, जगमोहन सिंह, मोहन सिंह मौजूद रहे।