दर-सोबला मार्ग में क्षतिग्रस्त सड़क-पुल को लेकर ग्रामीणों का अनशन जारी
पिथौरागढ़। दर-सोबला मार्ग में क्षतिग्रस्त सड़क और पुल के छह माह बाद भी ठीक न होने पर दारमा के ग्रामीणों का क्रमिक अनशन जारी रहा। मंगलवार को चौथे दिन भी ग्रामीणों ने तहसील परिसर में धरना देकर प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया। चल के उपप्रधान दिनेश चलाल ने कहा कि सोबला में बना वैली ब्रिज अगस्त 2023 से क्षतिग्रस्त है, लेकिन अब तक वैली ब्रिज का सुधारीकरण कार्य न होना विभागीय लापरवाही को दर्शाता है। ग्रामीण वैलीब्रिज ठीक न होने से वैकल्पिक मार्ग से किसी तरह आवाजाही कर रहे हैं, जो कभी भी दुर्घटना का सबब बन सकता है। पूर्व प्रधान मनोज नगन्याल ने बताया की दो माह बाद दारमा घाटी के 14 गांवो का माइग्रेशन काल शुरू हो जायेगा। सोबला पुल के आसपास बनाया गया अस्थाई सड़क मार्ग को जोखिम भरा हुआ है। उक्त सड़क को चौड़ा किया जाना बेहद जरूरी है। कहा कि वर्तमान हालातों में लोगों के लिए माइग्रेशन गांवों तक पहुंचना बेहद खतरनाक है। आंदोलनकारियों को समर्थन देते हुए दिनेश बंगयाल, छोरी देवी, सुनीता मारछाल, विंद्रा देवी, धीरा ग्वाल, मनोज ग्वाल, मुकेश ग्वाल ने भी धरना दिया।