तहसील संबंधी कार्य के लिए आठ किमी. की दौड़ लगाने को मजबूर ग्रामीण
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : तहसील बीरोंखाल में न होने से ग्रामीण अपने स्थाई, जाति, खाता-खतौनी और तहसील संबधी कार्यों के लिए आठ किलोमीटर दूर स्यूंसी की दौड़ लागने को मजबूर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीरोंखाल में तहसील का संचालन न होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि जनहित में बीरोंखाल में तहसील का संचालन किया जाना चाहिए।
व्यापार मंडल विकास समिति, तहसील निर्माण समिति के अध्यक्ष डॉ. जेएस नेगी ने कहा कि 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीरोंखाल में तहसील, स्यूंसी झील, बैजरों में मिनी स्टेडियम की घोषणा की थी। आरोप है कि कुछ लोगों के चलते तहसील का संचालन स्यूंसी में कर दिया गया। जिससे क्षेत्रीय जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को अपने स्थाई, जाति, खाता-खतौनी और तहसील संबधी कार्यों के लिए आठ किलोमीटर दूर स्यूंसी जाना पड़ता हैं। समिति अध्यक्ष ने बताया कि तहसील बीरोंखाल में होने से सभी विभागों के अधिकारी ब्लॉक मुख्यालय में समय से मिल सकते हैं। बीरोंखाल निर्माण समिति सचिव यशपाल ने कहा कि तहसील बनाने के लिए डुमैला मल्ला के ग्रामीणों ने अपनी चालीस नाली उपजाऊ भूमि नि:शुल्क दान दी है।