ग्रामीणों को मिला आश्वासन, धरना हुआ स्थगित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अमसौड़ में चल रहा धरना प्रशासन के आश्वासन के बाद स्थगित हो गया है। प्रशासन ने ग्रामीणों को जल्द ही उनकी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया है। ग्रामीण वर्षाकाल के दौरान विकसित हुए भूस्खलन क्षेत्र का ट्रीटमेंट करने, क्षतिग्रस्त हुई हाईड्रम सिंचाई योजना व पेयजल योजना की मरम्मत करने की मांग को लेकर आंदोलनरत थे।
आमसौड़ गांव में तीन-सूत्रीय समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर नवें दिन भी ग्रामीण महिलाएं धरने पर बैठी। इस बीच जिला मुख्यालय पौड़ी से कोटद्वार की ओर आ रही अपर जिलाधिकारी ईला गिरी ने धरना स्थल पर पहुंच ग्रामीणों की बात सुनी व उन्हें कोटद्वार तहसील दिवस में पहुंचने को कहा। तहसील दिवस में पहुंचे ग्रामीणों ने विस्तार से अपनी बात रखी। उनका कहना था कि वे पिछले नौ दिनों से गांव में धरना दे रहे हैं। लेकिन, विभागीय अधिकारी उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं कर रहे। इसके बाद अपर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग व पेयजल निगम के अधिकारियों से मौके पर ही वार्ता की व उन्हें आमसौड़ गांव पहुंचने के निर्देश दिए। तहसील दिवस संपन्न होने के बाद अपर जिलाधिकारी पुन: गांव में पहुंची। तब तक विभागीय अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। विभागीय अधिकारियों से हुई वार्ता के बाद अपर जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर हाईड्रम सिंचाई जल योजना पर कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया। साथ ही आपदा मद से भूस्खलन क्षेत्र में ट्रीटमेंट कार्य शुरू करवाने की बात भी कही। पेयजल निगम के अधिकारियों ने अगले एक-दो दिन में पूरे क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति सुचारू किए जाने की बात कही। अपर जिलाधिकारी ईला गिरी से मिले आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने आंदोलन स्थगित कर दिया। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य कुंदन सिंह, संघर्ष समिति के अध्यक्ष दुर्गा सिंह बिष्ट, संयोजक गणेश जुयाल, विक्रम सिंह, रामेश्वरी देवी, सुशीला देवी, सरिता, सुमन देवी, लक्ष्मी देवी, आकाश जुयाल, दिव्यांशु जुयाल, ललिता देवी, भागीरथी देवी, सुमन जुयाल सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।