स्टोन क्रशर स्वामियों से वार्ता के बाद ग्रामीणों की भूख हड़ताल खत्म
काशीपुर। ग्राम जुड़का में जल एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति और स्टोन क्रशर स्वामियों के बीच वार्ता के बाद सहमति बनने पर 24 फरवरी से चला आ रहा आंदोलन समाप्त हो गया। इस दौरान 16 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। जो समिति की मांगों पर कार्रवाई करेगी।
जल एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति 24 फरवरी से ग्राम जुड़का में अवैध खनन और जल दोहन पर क्षेत्र के स्टोन क्रशरों के खिलाफ धरना दे रही थी। शुक्रवार से ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठे थे। मंगलवार शाम स्टोन क्रशर स्वामियों और जल एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों के बीच वार्ता हुई। समिति सदस्यों ने क्रशरों द्वारा खोदे गये गहरे-गहरे गड्ढ़ों को निकाली गई खनन सामग्री से भरवाने, क्षेत्र में सूख गये नल एवं सिंचाई पंपों को पुनरू लगवाने तथा क्रशरों के निकाले गये पानी से फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की। वार्ता में शामिल पूर्व प्रधान होशियार सिंह ने कहा मांगों को मान लिया गया है। इसके लिये दोनों पक्षों की ओर से 16 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। 15 मार्च के बाद गड्ढों को भरने का काम किया जाएगा। वहीं, क्षेत्र में सर्वे के दौरान 60 नल सूखे सामने आए हैं। जिन्हें दोबारा रिबोर कराया जाएगा। साथ ही सर्वे के बाद फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा भी किसानों को देने पर सहमति बनी है। यहां समिति अध्यक्ष रेशम सिंह, वेदप्रकाश तिवारी, समरपाल सिंह, अनमोल अग्रवाल, परविंद्र विर्क, होशियार सिंह, अमनप्रीत घुम्मन, भूपेंद्र सिंह, हरदीप सिंह रहे।