जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पर्वतीय क्षेत्रों में बाघ की धमक थमने का नाम नहीं ले रही। द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत बंदीला गांव में पिछले कई दिनों से बाघ की धमक बनी हुई है। आए दिन बाघ ग्रामीणों के मवेशियों को अपना निवाला बना रहा है। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ के आतंक से निजात दिलवाने की मांग की है।
बंदीला गांव के जय सिंह की गाय जंगल में चरने गई थी, देर शाम तक जब गाय वापस नहीं आई तो ग्रामीणों ने गाय की तलाश शुरू की। तलाश करने पर गाय जंगल में मृत अवस्था में पड़ी मिली। गाय पर बाघ के हमले के निशान थे। ग्रामीणों घटना की सूचना प्रभागीय वनाधिकारी लैंसडौन को दी। ग्रामीणों ने कहा कि बाघ ग्रामीणों पर भी हमला कर सकता है। ग्रामीणों को सुरक्षा को देखते हुए क्षेत्र में वन कर्मियों की गश्त बढ़ाई जाए, साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जाए।