धारचूला के ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन
पिथौरागढ़। सड़क और संचार सेवा को लेकर धारचूला जयकोट के ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा गांव को जोड़ने वाली सड़क नौ माह से बंद है। बावजूद इसके प्रशासन सड़क खोलने को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा। कहा सुविधा के अभाव में डिजीटल की इस दुनिया में जयकोट के ग्रामीण अभी भी संचार सेवा से वंचित हैं। गुरुवार को जयकोट के ग्रामीण कलक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा बीते मार्च माह के दौरान भूस्खलन होने से जयकोट सड़क में आवाजाही ठप है। ग्रामीण लंबे समय से सड़क खोलने की मांग उठा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। लोग कई किमी पैदल चलकर आवाजाही कर किसी तरह खाद्य सामाग्री घर तक पहुंचा रहे हैं। कहा कोरोना काल में शिक्षा से लेकर अन्य कार्य अब अधिकतर अनलाइन हो रहे हैं, लेकिन उनके गांव में संचार की कोई सुविधा नहीं है। बच्चे अनलाइन पढ़ाई से महरूम हैं। बाद में ग्रामीणों ने एडीएम फिंचाराम चौहान से भी मुलाकात कर अपनी समस्याएं उनके समक्ष रखीं। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही सड़क और संचार सेवा की सुविधा शुरू नहीं हुई तो ग्रामीण आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। यहां बीडीसी लक्ष्मण नगपुरिया, पूर्व छात्रसंघ महासचिव देवेंद्र सिंह बड़ाल, हरदेव मेहता, धनुली देवी, प्रेमा देवी, पूजा देवी, विनोद, अरूण सिंह, रविंद्र सिंह, रमेश सिंह, बसंती देवी, करिश्मा देवी, ष्ण कार्की, चंद्र धामी, दिलीप सिंह, पप्पू सिंह, जमन सिंह, दौलत सिंह, नरेंद्र सिंह, गणेश सिंह, राजेंद सिंह आदि रहे।