जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विकासखंड एकेश्वर के अंतर्गत मवालस्यूं पट्टी के कई गांवों में भालू की धमक बनी हुई है। झुंड में घूम रहे भालू के कारण बच्चों का स्कूल जाना भी मुश्किल होता जा रहा है। हालात यह है कि भरी दोपहर में ही भालू गांव के आसपास घूमते नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से भालू के आतंक से निजात दिलवाने की मांग की है।
मवालस्यूं पट्टी के डियूल्ड, घल्ला, ईसोटी, मूंडियार, तून्नाखाल सहित अन्य क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से भालू की धमक बनी हुई है। आए दिन भालू का झुंड गांव के आसपास घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व में चारापत्ती लेने जंगल गई महिलाओं के पीछे भालू दौड़ चुका है। ऐसे में महिलाएं चारापत्ती लेने के लिए जंगल की ओर जाने से भी घबरा रही है। भालू कब हमला कर दे, कुछ कहा नहीं जा सकता। बताना जरूरी है कि वर्तमान में विद्यालय का समय सुबह साढ़े सात बजे का है। कई बार भालू विद्यालय की राह पर झुंड के साथ घूमते नजर आ जाते हैं। विद्यालय की राह पर धमक रहे भालू के कारण अभिभावक एकजुट होकर बच्चों को स्कूल छोड़ने व लेने के लिए जा रहे है। कई बार भालू का झुंड स्कूल के समीप भी पहुंच चुका है। ऐसे में लगता है कि अब बच्चे स्कूल में सुरक्षित नहीं है। अध्यापक भी विद्यालय जाने से घबरा रहे हैं। ग्राम बैंदूल निवासी राकेश ग्वाडी ने बताया कि क्षेत्र में लगातार क्षेत्र में सक्रिय भालुओं के झुंड को लेकर वन विभाग को कई मर्तबा सूचित किया गया। लेकिन, अब तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचा।