जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विकासखंड नैनीडांडा के अंतर्गत हल्दूखाल क्षेत्र के विभिन्न गांव में पिछले कई दिनों से बाघ की धमक बनी हुई है। आए दिन बाघ आबादी में घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। नतीजा, ग्रामीणों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल होता जा रहा है। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ के आतंक से निजात दिलवाने की मांग की है।
विकासखंड के अंतर्गत ग्राम दोग्याणा, घोड़कंद, किमखेत, सिमली, बियासी, गजखोला, चामसैण आदि गांव में इन दिनों गुलदार की धमक बनी हुई है। दोपहर के समय ही बाघ गांव के आसपास घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रधान संगठन के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पूर्व में बाघ क्षेत्र के दो व्यक्तियों को निवाला बना चुका है। लगातार बढ़ रही बाघ की धमक से बच्चों का स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया है। अभिभावक स्वयं ही बच्चों को स्कूल भेजने व लेने के लिए जा रहे है। बताया कि समस्या से कई बार वनाधिकारियों को सूचना दे चुके है। लेकिन, अब तक इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने गांव में पिंजरा लगवाने की मांग की है। कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर गंभीरता से कार्य किया जाना चाहिए।