चौपाल में ग्रामीणों ने दर्ज कराई मूलभूत समस्याएं

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जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : सरकार जनता के द्वार कार्य९िम के तहत वन विभाग द्वारा विकासखंड एकेश्वर के मोदांड़ी गांव में चौपाल का आयोजन किया गया। इस मौके पर ग्रामीणों ने विभिन्न विभागों से जुड़ी 15 शिकायतें दर्ज कराई। डीएफओ ने बताया कि चौपाल में प्राप्त अन्य विभागीय शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर उनका त्वरित निस्तारण करते हुए उसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय को प्रस्तुत करने को कहा गया है।
चौपाल की अध्यक्षता कर रहे डीएफओ सिविल एवं सोयम पवन सिंह नेगी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार इस चौपाल का आयोजन किया गया। कहा कि चौपाल का मकसद ग्रामीणों की समस्याओं को मौके पर सुनना और उनका त्वरित समाधान करना है। बताया कि चौपाल में ग्रामीणों ने पेयजल किल्लत, कृषि विभाग से बीज वितरण, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उद्यान विभाग और वन्यजीवों से संबंधित समस्याएं रखी। पेयजल समस्या को लेकर संबंधित विभागीय अधिकारी ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों और अन्य योजनाओं के माध्यम से जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। वहीं जंगली जानवरों की समस्या को लेकर डीएफओ ने संबंधित वन क्षेत्रीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये हैं। इस मौके पर वन क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार, बाल विकास विभाग से शारदा रानी, ग्राम्य विकास विभाग से प्रीति नेगी, राजस्व उप निरीक्षक बबीता सहित अन्य अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

बुडोली गांव में अधिकारियों ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
पौड़ी : जिलाधिकारी गढ़वाल के निर्देश पर पशुपालन विभाग द्वारा विकासखंड एकेश्वर के बुडोली गांव में सरकार जनता के द्वार चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल में ग्रामीणों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर कुल 8 शिकायतें अधिकारियों के समक्ष रखी। चौपाल में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि अधिकतर शिकायतें पेयजल और जंगली जानवरों के संबन्ध में रही। उन्होंने संबंधित विभागों को समस्याओं का निस्तारण कर आख्या प्रस्तुत करने को कहा। चौपाल में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने क्षेत्रीय पशु चिकित्साधिकारियों को खुरपका-मुंहपका रोग के टीकाकरण अभियान को गति देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने एनआरएलएम के क्षेत्रीय अधिकारी को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अचार, जूस, अगरबत्ती सहित अन्य के प्रशिक्षण देने को कहा। उन्होंने ग्रामीणों को डेयरी, बकरी पालन व कुक्कुट पालन जैसे स्वरोजगार से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।

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