पिथौरागढ़। विमान सेवा में बाधक बने भवनों को ध्वस्त करने की कार्रवाई से नैनीसैनी के लोगों में दशहत बनी हुई है। मुआवजे और विस्थापन सहित अन्य समस्याएं ग्रामीणों ने विधायक मयूख महर के समक्ष रखीं। इस दौरान उन्होंने प्रशासन से एक-एक परिवार को परेशान न कर सभी ग्रामीणों के विस्थापन और मुआवजे की मांग की।
गुरुवार को नैनीसैनी के ग्रामीणों ने विधायक महर से मुलाकात की। उन्होंने प्रशासन के 48 घंटे के नोटिस देने के बाद भवन ध्वस्त करने की कार्रवाई को लेकर असंतोष जताया है। ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय लोगों से वार्ता और राय न लेकर बिचौलियों से मध्यस्ता करवाई जा रही है। किराएदार से भी कमरा खाली कराने पर काफी समय दिया जाता है। लेकिन प्रशासन ने 48 घंटे का नोटिस देकर भवनों को तोड़ने की कार्रवाई की। एक-एक परिवार को चिह्नित कर भवन तोड़ने का नोटिस दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा चलता रहा तो उनका रहना गांव में मुश्किल हो जाएगा। इस दौरान उन्होंने सभी परिवारों के विस्थापन और उचित मुआवजे की मांग की। यहां सुंदर लोहिया, गोविंद सौन, गोविंद महर, विक्रम महर, पुष्कर भंडारी, अमर सिंह, अशोक सिंह, नैन सिंह, अर्जुन सिंह, सुंदर प्रसाद रहे।
ग्रामीण खुद तोड़ेंगे अपना भवन
नैनीसैनी एयरपोर्ट से विमान सेवा में बाधक बने मकानों को भवन स्वामी खुद तोड़ेंगे। चार परिवारों ने प्रशासन से वार्ता कर अपने मकान तोड़ने का निर्णय लिया है। प्रशासन मुआवजे और बिजली की लाइन को शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गया है।
नैनीसैनी में चार भवन स्वामी बुलडोजर चलने से पहले ही अपने मकान को ध्वस्त करेंगे। गुरुवार को एसडीएम अनुराग आर्या और नैनीसैनी के ग्रामीणों के मध्य वार्ता हुई। नैनीसैनी में प्रभावित परिवार की रीतिका ने कहा कि भवन तोड़ने में प्रशासन का पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हैं। बारिश के मौसम में भवन तोड़ने पर अन्य स्थान पर रहने की दिक्कतें सामने आ रही है। फसल पक चुकी है और कटाई किए बिना उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी। वहीं, एसडीएम आर्य ने कहा कि पहले बाधक बन रहे पांच मकानों को चिह्नित किया था। चिह्नित हिस्से को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है। कहा कि प्रभावित पंकज सिंह, गणेश सिंह, दिनेश सिंह, दलीप सिंह को जल्द मुआवजा दिया जाएगा।