गांव में आपदा से बचाव का कार्य प्रारंभ नहीं होने पर जताया रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गांव में आपदा से बचाव का कार्य प्रारंभ नहीं होने से आक्रोशित आमसौड़ के ग्रामीणों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान ग्रामीणों ने जल्द मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की भी चेतावनी दी। कहा कि गांव की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आमसौड़ जनसंघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीणों ने दूसरे दिन भी अपना धरना जारी रखा। दूसरे दिन ग्रामीण ज्योति देवी, कांती देवी, यशोदा देवी व प्रभा देवी धरने पर बैठी। धरना दे रहे ग्रामीणों ने कहा कि विगत दिनों वर्षाकाल में गांव के ऊपर पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थर व मलबा लोगों के घरों में घुस गया था, जिस कारण ग्रामीणों को दूसरी जगहों पर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। अभी भी कई लोग पंचायत घरों व किराए के मकानों में रह रहे है। कई ग्रामीणों ने भी गांव से ही पलायन कर दिया है। समिति के प्रवक्ता गणेश जुयाल ने कहा कि पहाड़ी के ट्रीटमेंट करने के लिए कइ बार शासन-प्रशासन को पत्राचार किया जा चुका है। लेकिन, शासन-प्रशासन ग्रामीणों की मांगों को अनदेखा कर रहा है। जो कि ग्रामीणों के साथ सरासर धोखा है व इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि किसानों के लिए सिंचाई का एकमात्र साधन हाईड्रम योजना भी ठप पड़ी हुई है। योजना की मरम्मत न होने से ग्रामीणों को सिंचाई का पानी भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में खेती किसानी करने वाले किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। वर्षाकाल में पेयजल लाइने भी क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिनकी मरम्मत तक करने की सुध विभाग नहीं ले रहा है। इस मौके पर दुर्गा सिंह बिष्ट, विक्रम सिंह, कुंदन सिंह नेगी, प्रवीण सिंह, सुनीता देवी, उमा देवी मौजूद रहे।