जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कौड़िया से दिल्ली फार्म को जाने वाले मार्ग की दयनीय स्थिति से परेशान ग्रामीण सड़क पर उतर गये है। ग्रामीणों ने डंपरों को रोककर शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ओवरलोड डंपरों की आवाजाही के कारण जहां हर समय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है, वहीं सड़कों पर गहरे-गहरे गड्ढे होने से आये दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही ओवरलोड डंपरों की आवाजाही पर रोक नहीं लगी तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होगें।
शुक्रवार को उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश की सीमा पर रहने वाले दिल्ली फार्म के ग्रामीण दिल्ली फार्म से कौड़िया को जोड़ने वाली सीमा पर एकत्रित हुए। यहां ग्रामीणों ने ओवरलोड डंपरों को रोककर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि कोटद्वार क्षेत्र की सुखरौ नदी से ओवरलोड डंपरों के कारण कौडिया-दिल्ली फार्म मार्ग पूरी तरह बदहाल हो चुका है। सड़क पर इतने गहरे गड्ढे हो रखे है कि पता ही नहीं चल पा रहा है कि सड़क कहां पर है। इन गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। वहीं दिन-रात ओवरलोड डंपरों की आवाजाही के कारण हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि पूर्व में ग्रामीण कई बार ओवर लोड खनन के डपरों की आवाजाही का विरोध कर चुके हैं, लेकिन शासन-प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने दो दिन के भीतर ओवरलोड डंपरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश की सीमा पर धरना देने की चेतावनी दी है। इस मौके पर मनोहर सिंह रावत, पारेश्वर धस्माना, सुनीता देवी, माधुरी देवी, नंद किशोर शर्मा, ईश्वर कुमार, अंकित काला आदि मौजूद रहे।