झिरकोटी के ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
चमोली। निर्माणाधीन चटवापीपल-झिरकोटी मोटर मार्ग में अधिगृहीत नाप भूमि का मुआवजा ग्रामीणों ने वर्तमान दरों पर दिए जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क के लिए विभाग ने करीब चार साल पूर्व भूमि अधिगृहीत कर दी है। लेकिन मुआवजा आज तक नहीं मिला। ऐसे में विभाग को अब वर्तमान दर के हिसाब से मुआवजा देना चाहिए। लोक निर्माण विभाग गौचर के अधिशासी अभियंता को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि विभाग ने सड़क के लिए उनकी नाप भूमि अधिगृहीत की है। झिरकोटी के ग्रामीण प्रेमलाल आर्य, जौहरी लाल, वीरेंद्र सिंह गुसाईं सहित अन्य ने कहा कि सड़क के लिए ग्रामीणों ने अपनी पुश्तैनी नाप भूमि दी है। लेकिन विभाग ने उनका मुआवजा पूर्व के सर्किल रेट पर बनाया है जो कि बहुत कम है। जबकि ग्रामीणों को अब तक उनका मुआवजा नहीं मिला। ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा यदि उनकी भूमि का मुआवजा नए सर्किल रेट पर नहीं बनाया गया तो वो विभागीय कार्यालय में धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। वहीं दूसरी ओर लोनिवि गौचर के सहायक अभियंता अमित पटेल का कहना है कि साल 2016 में सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई। जिसके हिसाब से काश्तकारों का मुआवजा तैयार किया गया है। यही नहीं मुआवजे और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तब विज्ञापन के माध्यम से जारी किया गया। लेकिन तब ग्रामीणों ने मुआवजा नहीं लिया। नई दरों पर मुआवजा देना शासन के हाथ में है।