चमोली : खंसर घाटी के सेरा-तिवाखर्क के ग्रामीणों को सड़क निर्माण की उम्मीद जग गई हे। यहां मालकोट में लगभग पांच करोड़ की लागत से रामगंगा नदी पर पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। वर्ष 2014-15 में गांव के लिए लगभग तीन किमी. सड़क स्वीकृत हुई, जिस पर कटिंग आदि का कार्य भी पूर्ण हो गया, लेकिन न तो सड़क गांव तक पहुंची न ही रामगंगा नदी में पुल का निर्माण हुआ। इस कारण आधी अधूरी बनी सड़क का लाभ ही ग्रामीणों को नहीं मिल पाया। अब नदी में पुल निर्माण एवं गांव तक पहुंचने के लिए शेष साढ़े तीन किमी. सड़क को पीएमजीएसवाई योजना में प्रस्तावति किया गया है। जिससे ग्रामीणों को संर्घष के बाद अब सड़क निर्माण की उम्मीद है। प्रधान सेरा तेवाखर्क हुकम सिंह बिष्ट का कहना है कि बड़े आंदोलन एवं संर्घष के बाद गांव को सड़क से जोड़ने की उम्मीद जगी है साथ ही शेष साढ़े तीन किमी. मार्ग को पीएमजीएसवाई में रखने के लिए प्रथम चरण का सर्वे भी पूर्ण हो चुका है। पूर्व प्रधान हेमा देवी का कहना है कि उनके ग्रामवासियों ने गैरसैंण नगर में धरना प्रर्दशन के बाद 26 जनवरी 2023 से गांव में 53 दिन आमरण अनशन किया अब लम्बे संर्घष बाद गांव तक सड़क निर्माण की आशा जगी है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता जेपी थपलियाल ने बताया कि मालकोट नामक स्थान पर 5 करोड़ 12 लाख की लागत से 48 मीटर स्पान पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया है। (एजेंसी)