सिल्ला और सौड़ उप्पू के ग्रामीणों ने विस्थापन मांगा
नई टिहरी। टिहरी बांध प्रभावित सिल्ला उप्पू और सौड़ उप्पू के ग्रामीणों ने दोनों गांव को पूर्ण रुप से विस्थापित करने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व के वर्षों में ग्रामीणों की अधिकांश षि भूमि बांध झील में डूब चुकी है। जिससे ग्रामीणों के पास खेती के लिये भूमि नहीं बची है।
सोमवार को टिहरी बांध से प्रभावित सिल्ला उप्पू और सौड़ उप्पू के ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि वर्ष 2005 में टिहरी बांध की झील बनने के बाद दोनों गांव के ग्रामीणों की करीब 60 से 70 प्रतिशत षि भूमि बांध की झील में डूब चुकी है। कहा कि आगामी 15 अगस्त तक ग्रामीणों की मांग पर कोई उचित कार्यवाही नहीं होती है, तो ग्रामीण सौड़ उप्पू में अनिश्चित कालीन धरना शुरु करने को बाध्य होंगे। ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान मीना देवी, दीपक दास, पुष्पा देवी, अंजू देवी, अर्जुन दास, युद्घवीर राणा, अरुण जुयाल, दिलबर दास, शिवदास, मेहर सिंह, अरविन्द दास, विकास गुसाई आदि शामिल थे।