बागेश्वर। कांडे पंचायतघर से तल्ला डोबा सड़क नहीं बनने से लोगों में रोष व्याप्त है। इस मांग को लेकर तल्ला डोबा के ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि मात्र दो किमी सड़क नहीं बनने से 50 परिवार परेशान हैं। सबसे अधिक परेशानी बीमार तथा प्रसव पीड़िताओं को लाने में होती है। उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर लोनिवि को सड़क निर्माण के निर्देश देने की मांग की है। ग्राम प्रधान प्रशासक के नेतृत्व में ग्रामीण सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि ग्राम स्यालडोबा जिला मुख्यालय से 15 किमी दूरी पर स्थित है। ग्राम सभा में तल्ला डोबा भी स्थित है। यह तोक कांडे से लगा हुआ है। वर्तमान में कांडे तथा तल्ला डोबा को मिलाकर 50 परिवार रहते हैं। बागेश्वर-दफौट मार्ग से तल्ला डोबा की दूरी मात्र दो किमी है। इसके बावजूद गांव सड़क सुविधा से वंचित है। इस मार्ग के लिए ग्रामीण कई बार आंदोलन कर चुके हैं, लेकिन विभाग उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। सड़क के अभाव में बीमार तथा बुजुर्गों को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत हो रही है। प्रसव पीड़ितों को लोग डोली में लाने को मजबूर हैं। रोजगार की तलाश में युवा गांव से पलायन कर रहे हैं। ऐसे में उनकी परेशानी दोगुनी हो गइ्र है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में कांडे से तल्ला डोबार के लए ढाई किमी सड़क स्वीकृत हुई। विभाग ने सर्वे भी किया, लेकिन कांडे के ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। इसके बाद ग्रामीणों की अनापत्ति देकर दूसरी सर्व की गई। ग्रामीणों ने खुली बैठक में सड़क निर्माण के लिए अपनी सहमति जताई। इसके बावजूद सड़क नहीं बन पाई। ग्रामीणों ने कांडे पंचायतघर से तल्ला डोबा तक सड़क निर्माण की मांग की है। मांग करने वालों में बसंती देवी, बहादुर राम, आशा तिवारी, मीरा पांडे, हयात राम, चंदन सिंह, आरसी तिवारी आदि मौजूद रहे।