गंदे पानी की आपूर्ती व बदहाल सड़क पर भड़के ग्रामीण
बीरोंखाल में आयोजित की गई विकासखंड समिति की बैठक
अधिकारियों ने जल्द समस्याओं के निराकरण का दिया आश्वासन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: बीरोंखाल के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र में हो रहे दूषित पेयजल आपूर्ति व बदहाल सड़कों की स्थिति पर ग्रामीण भड़क उठे। उन्होंने शासन-प्रशासन से जल्द समस्याओं के निराकरण की मांग उठाई। कहा कि ग्रामीण पिछले कई माह से लगातार अपनी समस्याओं को उठा रहे हैं। बावजूद इसके अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
बुधवार को ब्लाक प्रमुख बीरोंखाल राजेश कण्डारी की अध्यक्षता में विकासखंड समिति की बैठक विकासखंड मुख्यालय में आयोजित की गई। जिसमें जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह चौहान, उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह सहित विभिन्न विभागीय अधिकारियों द्वारा लोगों की समस्याओं को सुना गया। बैठक में ब्लाक प्रमुख तथा अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र में सड़क और पेयजल सप्लाई की निम्न गुणवत्ता पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, जल संस्थान व पेयजल निगम के अधिकारियों से नाराजगी जताते हुए शीघ्रता से सड़कों की गुणवत्ता में सुधार लाने तथा पेयजल में गंदे पानी की हो रही सप्लाई को भी तत्काल सुधार करने को कहा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया कि सड़क की निम्न गुणवत्ता की जांच की जाएगी तथा उसमें सुधारीकरण के प्रयास किए जाएंगे। वहीं जल संस्थान द्वारा अवगत कराया गया कि पानी में हो रही गंदगी को जल्द ठीक किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि ब्लाक क्षेत्र में वर्तमान समय में बागवानी का बेहतर स्कोप मौजूद है तथा बहुत से काश्तकार फलोत्पादन की ओर आकर्षित भी हुए हैं। उन्होंने स्थानीय स्तर पर ही बागवानी की नर्सरी तैयार करवाने तथा आवश्यकतानुसार उत्पाद संग्रह केंद्र स्थापित करने की मांग की। जिसमें काश्तकारों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर पौध- बीज उपलब्ध हो सके तथा स्थानीय स्तर पर ही उसी उपज का दाम बेहतर मिल सके। जनप्रतिनिधियों ने अवगत कराया कि क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर अनेक स्थानों पर पेयजल की लाइनें ऊपर हंै तथा उनको भूमिगत करने के लिए सड़क को खोदे जाने की भी आवश्यकता महसूस हो रही है। इसी को देखते हुए जिला विकास अधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा जल संस्थान दोनों विभागों को आपसी समन्वय से इसका निराकरण करने को कहा। साथ ही कहा कि यदि इस संबंध में शासन स्तर से भी कोई पत्राचार करना पड़े तो उसकी कार्यवाही भी करें। बैठक में ग्राम प्रधानों ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत दिए गए पेयजल कनेक्शन में अधिकतर पुरानी लाइनें और उनकी क्षमता कम होने की बात कही। जिस पर उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में जहां-जहां सुधार की जनप्रतिनिधियों को आवश्यकता महसूस होती है वे अपने स्तर से उसके निराकरण हेतु सुझाव-सहयोग दे सकते हैं। कहा कि उसका उचित निराकरण करवाया जाएगा साथ ही उपजिलाधिकारी ने स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हेतु जल संस्थान को आवश्यकतानुसार फिल्टर लगाने तथा सप्लाई करवाने को कहा।