धूमधाम से निकली रामायण शोभायात्रा का ग्रामीणों ने किया स्वागत
भक्तों के सभी संकट दूर करते हैं महावीर हनुमानरू श्रीमहंत रविन्द्रपुरी
हरिद्वार। जगजीतपुर स्थित श्री बालाजी धाम सिद्घबलि हनुमान नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव धुमधाम से मनाया जा रहा है। दो दिन तक चलने वाले कार्यक्रम के पहले दिन शुक्रवार को मंदिर के पीठाधीश्वर स्वामी आलोक गिरी के नेतृत्व में रामायण शोभायात्रा धूमधाम से निकली गई। जिसमें संत महंतों के साथ रानीपुर विधायक आदेश चौहान और आम भक्तजनों ने श्रद्घा और उल्लास के साथ भाग लिया। कई स्थानों पर ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा व उसमें शामिल संतों को फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। रामायण शोभायात्रा का आकर्षण विशालकाय हनुमान, महर्षि बाल्मिकी, डीजे पर भगवान भोलेनाथ व माता पार्वती का नृत्य, सिर पर कलश रखकर नंगे पांव चलती महिला श्रद्घालु, अखाड़े के संतों के साथ रथ पर विराजमान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज और जनसमूह के बीच रानीपुर विधायक आदेश चौहान की मौजूद्गी रही। शोभायात्रा के समापन पर श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि सिद्घबली हनुमान मंदिर में पूर्व के वर्षों की भांति इस वर्ष भी स्वामी आलोक गिरी की प्रेरणा से हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इसके लिए वे स्वामी आलोक गिरी को धन्यवाद देते हैं। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि भक्तों के संकट का भगवान हनुमान स्वयं उपस्थित होकर समाधान करते हैं। हनुमान जी की साधना करने वाले व्यक्ति का कभी अहित नहीं हो सकता। भूत, प्रेत, रोग, शोक जैसी तमाम व्याधियां हनुमान जी के नाम से ही दूर भागती है। कष्टों से निवारण का सर्वश्रेष्ठ उपाय हनुमान जी की आराधना ही है। रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि रामायण शोभायात्रा में शामिल होकर वह स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संतो के सत्संग से ही मनुष्य में अच्टे विचारों का उद्भव होता है। अपनी साधनो से जगत के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाले संतों के प्रति सदैव आदर का भाव रखना चाहिए एवं संतों के कार्यो में अपनी ओर से यथासंभव सहयोग करना चाहिए। महंत आलोक गिरी ने कहा कि हनुमत पा और उनके भक्तों के सहयोग से ही आयोजन संभव हो सका है। इसके लिए वह सभी भक्तजनों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। इस मौके पर महंत केदार गिरी, स्वामी नरेश गिरी, स्वामी नीरज गिरी, स्वामी राम कुमार गिरी, स्वामी कुलदीप गिरी, आनंद भैरव के पुजारी सागर गिरी, मनकामेश्वर गिरी, पार्षद नागेंद्र राणा, पार्षद विकास कुमार, शशि शर्मा, पं़ विनय मिश्रा, विकास कुमार झा, ओमपाल, सुशील धीमान, संदीप प्रधान, ठेकेदार विष्णु देव, कामेश्वर यादव, रामसागर जायसवाल, राहुल शर्मा, अनिल मिश्रा, प्रदीप चौधरी सहित बड़ी संख्या में श्रद्घालुजन मौजूद रहे।