बंगाल में फिर भड़की हिंसा, हावड़ा के बाद अब हुगली में भाजपा की शोभायात्रा पर हमला; भाजपा विधायक समेत 40 घायल
कोलकाता, एजेंसी। बंगाल में रामनवमी के दिन शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हावड़ा के बाद अब हुगली जिले में रामनवमी के उपलक्ष्य में शोभायात्रा के दौरान दो समूहों के बीच हिंसक झड़प सामने आई है।
आरोप है कि हुगली के रिसड़ा इलाके में रविवार शाम भाजपा द्वारा निकाली जा रही शोभायात्रा पर एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा अचानक पथराव व हमला किया गया, जिसके बाद हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान उपद्रवियों ने बमबाजी के साथ कई वाहनों में तोड़फोड़ व आगजनी की।
भाजपा का दावा है कि हमले में उसके स्थानीय विधायक विमान घोष सहित 30 से 40 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। विधायक समेत कई कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रामनवमी के उपलक्ष्य में निकाली जा रही इस शोभायात्रा में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष भी शामिल थे। हालांकि, वे सुरक्षित हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दावा किया है कि शोभायात्रा जब मस्जिद के पास से गुजर रही थी, तभी उसके अंदर से अचानक हमला किया गया। उन्होंने इसे सुनियोजित साजिश करार देते हुए हिंसा के लिए ममता सरकार व तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।
मजूमदार ने आरोप लगाया कि पुलिस हिंसा को खड़े होकर देख रही थी। उन्होंने घटना की एनआइए जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के इशारे पर हिंसा हो रही है और हमले के जरिए भाजपा को डराने की कोशिश हो रही है। मजूमदार सोमवार को इलाके का दौरा भी करेंगे।
वहीं, हिंसा के बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के आयुक्त समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं।
बताया जा रहा है कि भाजपा के साथ विश्व हिंदू परिषद और दूसरे हिंदू संगठनों ने इस शोभायात्रा का आयोजन किया था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।
भाजपा नेता दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि शोभायात्रा के दौरान महिलाओं और बच्चों पर पथराव किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि हावड़ा में हुई हिंसा से भी पुलिस ने सबक नहीं लिया और घटना के वक्त पुलिस मूकदर्शक बनी रही। ताजा हिंसा की घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है।
गौरतलब है कि इससे पहले हावड़ा शहर के शिवपुर इलाके में गुरुवार शाम रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद हिंसा भड़क उठी थी। उपद्रवियों ने कई वाहनों व दुकानों में तोडफ़ोड़ व आगजनी की थी। अगले दिन भी यहां हिंसा हुई थी और लगातार दो दिन तक अशांति के बाद शिवपुर क्षेत्र में स्थिति बिगड़ गई थी। यहां अभी भी निषेधाज्ञा लागू है और कई घंटे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं।