बदरीनाथ धाम पहुंची विरासत स्वराज यात्रा
चमोली। विरासत स्वराज यात्रा सोमवार को बदरीनाथ धाम पहुंची। शिवानंद आश्रम में पहुंच कर कार्यक्रम में माँ गंगा के संरक्षण समेत पर्यावरण संरक्षण व धरती को हरा-भरा रखने समेत अन्य विषयों पर विमर्श किया गया। गंगा की अवरिलता, निर्मलता के साधक ब्रह्मलीन स्वामी सानंद की स्मृति में आयोजित गोष्ठी में हिमालयी सरोकारों और गंगा की सेवा में लगे लोगों ने इस अवसर पर अपने विचार रखे। वक्ताओं ने कहा कि पतित पावनी मां गंगा को लेकर सरकार ने भले ही बहुत बड़े-बड़े दावे किए हों। लेकिन स्थितियां यथावत ही हैं। चार धामों से लगे होटल, कस्बों के सीवरेज लाइन, कूड़ा निस्तारण सुव्यवस्थित न होने से इसका दुष्प्रभाव प्रत्यक्ष रूप से मां गंगा पर पड़ रहा है। बदरीनाथ में बद्रीनाथ में आयोजित इस संगोष्ठी में भारत के युवाओं से अपील की गई कि माँ गंगा के तट के किनारों पर कैमिकल रहित फसलों का उत्पादन किया जाय। सरकार का अमृत महोत्सव सफल होगा जब अमृत मयी गंगा स्वच्छ और निर्मल रहेगी। संगोष्ठी में स्वामी शिवा नन्द सरस्वती ने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिये पूरे देश को अपनी पौराणिक सभ्यताओं का अनुसरण करना होगा। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता भोपाल सिंह चौधरी, वाटरमैन अफ इंडिया राजेन्द्र सिंह, पूर्व आईएएस कमल टावरी, अंकित ध्यानी, अशोक तोगड़िया, देव् राघवेन्द्र, बद्रीश, अनिल चंद्रन आदि मौजूद रहे।