नव वर्ष पर स्वयं सेवियों ने किया पथ संचलन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नव वर्ष पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से कोटद्वार शहर में पथ संचलन किया गया। इस दौरान स्वयं सेवियों को आरएसएस के इतिहास के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।
रविवार को पथ संचलन एक देवी रोड स्थित एक वेडिंग प्वाइंट से प्रारंभ होकर कोटद्वार के मुख्य मार्गों से होता हुआ पुन: वेडिंग प्वाइंट में संपन्न हुआ। नगर के लगभग सात सौ स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में भाग लेकर एकता और अनुशासन का प्रदर्शन किया। पथ संचलन से पहले स्वयं सेवकों के द्वारा आद्य सर संघ चालक प्रणाम किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता जिला प्रचारक राहुल ने संघ के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि डॉक्टर हेडगेवार जी द्वारा वर्ष 1925 में चार बच्चों के सहयोग से स्थापित राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ आज विश्व का सबसे बड़ा संगठन बन गया हैं। कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही ब्रह्म जी ने सृष्टि की रचना की। संघ के प्रथम सर संघ चालक और संस्थापक डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार का जन्म भी आज के दिन ही हुआ था। संघ के योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता की लड़ाई में भाग लेने के लिए डॉक्टर हेडगेवार को कई बार कारागार की सजा हुईं। कहा कि न केवल डॉक्टर हेडगेवार बल्कि सैकड़ो स्वयं सेवकों ने आजादी की लड़ाई में भाग लिया। गोवा मुक्ति आंदोलन में 3000 स्वयं सेवकों ने भाग लिया। देश के किसी भी कोने में कोई आपदा आती हैं तो संघ का स्वयं सेवक सबसे पहले वहाँ खड़ा होता हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ प्रताप सिंह राणा, जिला संचालक विभाग कार्यवाह लोकेंद्र, विष्णु, नगर संचालक शांति स्वरूप, नगर कार्यवाह प्रशांत, नगर प्रचार प्रमुख राजेश जोशी आदि मौजूद रहे।