वाहन बिक्री का विज्ञापन डाल ठगी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
रुद्रपुर। खुद को सैन्य अधिकारी बताकर नामी वेबसाइट पर वाहन बिक्री का विज्ञापन डाल ठगी करने वाले दो शातिरों को एसटीएफ और साइबर पुलिस ने दबोच लिया। दोनों आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं। ऋषिकेश निवासी से की गयी ठगी की जांच के बाद संयुक्त टीम आरोपियों तक पहुंची। जांच में साफ हुआ कि आरोपियों ने कुमाऊं मंडल में 12 से अधिक लोगों से 35 लाख रुपये से अधिक की ठगी इसी तरह की है। जानकारी के अनुसार पिछले महीने एक नामी वेबसाइट पर सेना के वाहनों की नीलामी का विज्ञापन डाला गया था। विज्ञापन देने वालों ने खुद को देहरादून में सैन्य अधिकारी बताया। नीलामी के लिये रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता जैसी शर्तें बतायीं। झांसे में आकर कई लोगों ने विज्ञापनदाताओं के बताये खातों में रकम जमा करवाकर रजिस्ट्रेशन करवा दिया। इन्हीं में ऋषिकेश के सोहन सिंह भी थे, जिन्हें नीलामी में वाहन दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये ठग लिये गये। सोहन की शिकायत पर देहरादून में आईटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया। शुरुआती जांच में साफ हुआ कि जिन नंबरों से सोहन से ठगी की गयी थी, उन्हीं नंबरों से पिछले कुछ समय में कुमाऊं मंडल के भी कई लोगों से 35 लाख से अधिक रुपये की ठगी की गयी है।
इस पर पुलिस मुख्यालय ने जांच कुमाऊं जोन के साइबर क्राइम सेल के प्रभारी ललित मोहन जोशी और एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह को सौंप दी। टीम ने मोबाइल और खातों के नंबरों के आधार पर जांच आगे बढ़ायी तो इनकी लोकेशन मेवाड़ और फिर राजस्थान के भरतपुर में मिली। इस पर संयुक्त टीम ने राजस्थान में डेरा डाल दिया। वहां टीम ने गांव लालपुर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान निवासी राहुल पुत्र यूनुस खां और गांव लुहेसर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान निवासी सलमान पुत्र रुजदार उर्फ रोजेदार को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि पकड़े गये दोनों ही आरोपी साइबर क्राइम के शातिर अपराधी हैं और नये-नये अंदाजों के माध्यम से ठगी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। दोनों को रुद्रपुर लाया गया है। यहां उनसे ठगी के सभी मामलों को लेकर पूछताछ की जा रही है।