पीओके में युद्ध जैसे हालात: प्रदर्शनकारियों ने फौज पर बरसाए पत्थर, पुलिस से भी हुई झड़प- एक अधिकारी की मौत
इस्लामाबाद , पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अभी कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। लोग बिजली बिलों पर लगाए गए अन्यायपूर्ण टैक्स का जमकर विरोध करते हुए सडक़ों पर उतर गए है। कश्मीरियों ने शाहबाज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गुस्से में पाकिस्तानी फौज पर जमकर पत्थर बरसाए। लोगों के बेकाबू गुस्से को शांत करने के लिए पुलिस को हवा में फायरिंग करनी पड़ी, लेकिन तब भी हलात सामान्य नहीं हुए।पुलिस कार्रवाई के विरोध में पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में हड़ताल किया गया। इस दौरान व्यवसाय बंद रहे और सामान्य जनजीवन प्रभावित भी हुआ। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए टकराव में एक पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी की भी मौत हो गई।पीओजेके में चल रहे विरोध प्रदर्शन और शटडाउन हड़ताल के दौरान हुई हिंसक झड़पों में कम से कम एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 90 अन्य घायल हो गए। रिपोर्ट के अनुसार, मीरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कामरान अली के उप-निरीक्षक अदनान कुरेशी की इस्लामगढ़ शहर में सीने में गोली लगने से मौत हो गई, जहां वह मुजफ्फराबाद के लिए एक रैली को रोकने के लिए अन्य पुलिस कर्मियों के साथ तैनात थे।बता दें कि जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएएसी) के आह्वान पर मुजफ्फराबाद में शटर-डाउन और व्हील-जाम हड़ताल आयोजित किया गया। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे घरों में लोग प्रभावित हुए। डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव के बाद मस्जिदों पर भी पथराव किया गया। पीओके के समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी, हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन हुए।