उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम में यमुना नदी के तट पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को जान जोखिम में डालकर यमुना स्नान करना पड़ रहा है तथा यमुना के तेज बहाव में कावड़ियों के लिए भी यहां जल भरना जोखिम भरा बना हुआ है। यमुनोत्री धाम में यमुना नदी के तट पर हर साल स्नान घाटों के पुनर्निर्माण तथा सुरक्षा को लेकर लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रहती है। यहां सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित स्नान घाटों की उचित व्यवस्था नही होने से तीर्थ यात्रियों के साथ साथ तीर्थ पुरोहितों व स्थानीय लोगों में भी काफी नाराजगी है। यात्रा शुरू होने पर स्थानीय लोगों ने स्नान घाटों को तैयार करने के लिए काफी आवाज भी उठाई, लेकिन घाटों को ठीक से नही बनाया जा सका। बरसात के दौरान यमुना का जल बढ़ जाने से यहां नदी का प्रवाह भी तेज हो जाता है, जिस कारण यहां स्नान करना और जल भरना कठिन हो जाता है।