आतंकी हमले में रूचिन रावत के शहीद होने से गैरसैंण में शोक की लहर
चमोली। गैरसैंण प्रखड़ के कुनीगाड़ मल्ला गांव के 9 पेरा में कमांडों लांसनायक रूचिन सिंह रावत (31 वर्ष) के शहीद होने की खबर से गैरसैंण प्रखंड़ में शोक का माहौल है। वही उनके घर पर दादा, दादी, मां पार्वती देवी व पिता राजेन्द्र सिंह रावत का रो- रो कर बुरा हाल है। रूचिन रावत 13 वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए थे। उनकी पत्नी कल्पना तथा 4 वर्षीय पुत्र उनके साथ ही जम्मू -कश्मीर के उधमपुर ही रहते हैं। वही छोटा भाई सचिन भारतीय नौ सेना में कार्यरत है। प्रधान भंडारी खोड़ लीलाधर जोशी ने बताया कि रविवार सुबह रूचिन का पार्थिव शरीर यहां पहुंचेगा। साथ ही उनके छोटे भाई, पत्नी व 4 वर्षीय पुत्र भी शहीद के पार्थिव शव के साथ आ रहे हैं। रीति रिवाज के साथ पैत्रिक घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जायेगा। सांसद एवं पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत, विधायक अनिल नौटियाल, पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, प्रमुख शशि सोरियाल सहित कई जनप्रतिनिधियों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले रूचिन की आत्मा शांति की प्रार्थना की है।