समय के अनुरूप हमें भी बदलना होगा : प्रो. रमा

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श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के शिक्षा संकाय, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पौड़ी एवं रूम टू रीड के संयुक्त तत्वाधान में क्रियात्मक अनुसंधान पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। कार्यशाला का उदघाटन करते हुए विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माण के शिल्पीकार हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में शिक्षकों का मुख्य योगदान है। कहा इस तरह के क्रियात्मक अनुसंधान से शिक्षक अधिक सक्षम बनेंगे और समाज निर्माण में बेहतर योगदान दे सकेंगे।
कार्यशाला की रूपरेखा रूम टू रीड की राज्य प्रमुख पुष्पलता रावत ने रखी। उन्होंने आगामी तीन दिनों में होने वाली क्रियात्मक अनुसंधान कार्यशाला की महत्ता पर बात की। कहा इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की आवश्यकता है। कार्यशाला संयोजक जगमोहन कठैत डायट पौड़ी ने कहा कि तीनों संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में समस्याओं के समाधान और विद्यार्थियों की सीखने के प्रति नवाचारों के लिए संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। गढ़वाल विवि की शिक्षा संकाय अध्यक्ष प्रो. रमा मैखरी ने कहा कि आज के दौर के शिक्षक नए युग का निर्माण कर रहे हैं। कहा क्रियात्मक अनुसंधान शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन समय से चला रहा है। कहा समय के साथ उसके बदलावों के अनुरूप में हमें भी बदलना होगा। संचालन विमल मंमगाई ने किया। कार्यशाला के द्वितीय सत्र में प्रो. सीमा धवन, डा. शंकर सिंह, अनीता चंदोला, रोहित, राजेंद्र बड़थ्वाल, विवेक कुंवर, रोबिन सिंह असवाल, स्वाति डोभाल, दीपक गिरी आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)

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