“हम संविधान की भावना को लेकर चलते हैं, हम जहर की राजनीति नहीं करते : मोदी

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा कि वे लोग संविधान जीने वाले लोग हैं न कि जहर की राजनीति करने वाले। पीएम ने कहा,”हम संविधान की भावना को लेकर चलते हैं, हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं। हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं और इसलिए सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाते हैं। जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सत्ता सेवा बन जाए, तो राष्ट्र निर्माण होता है और जब सत्ता को विरासत बना दिया जाए, तो लोकतंत्र खत्म हो जाता है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ समय से देश में जाति की बात हो रही है लेकिन पहली बार उनकी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है। पीएम ने कहा, “जाति की बात करना कुछ लोगों के लिए फैशन बन गया है। पिछले 30 साल से सदन में आने वाले ओबीसी सांसद दलगत भेदभाव से ऊपर उठकर ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे, जिन लोगों को आज जाति की बात में मलाई दिखती है, उनको 30 साल तक इस बात का ध्यान नहीं आया। पिछड़ा वर्ग आयोग को हमने संवैधानिक दर्जा दिया।”
प्रधानमंत्री ने एससी / एस टी वर्ग की भी बात की और कहा कि उनकी सरकार में हर सेक्टर में एससी-एसटी, ओबीसी वर्ग के लोगों को ज्यादा से ज्यादा अवसर मिल रहे हैं। पीएम ने कहा कि उस दिशा में हमने बहुत मजबूती के साथ काम किया है कि समाज के पिछड़े लोगों को समान अवसर मिले। इसी के साथ उन्होंने कहा कि देशवासियों के सामने सवाल रखना चाहता हूं, लोग जरूर चिंतन करेंगे और चौराहे पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने दो सवाल पूछे और कहा, “कोई बता सकता कि क्या एक ही समय में संसद में एससी वर्ग के एक ही परिवार के तीन सांसद कभी हुए हैं क्या? दूसरा सवाल पूछता हूं, कोई बताएगा कि क्या एक ही कालखंड में संसद में एसटी वर्ग के एक ही परिवार के तीन एमपी हुए हैं क्या? पीएम के इस सवाल के बाद कयासों का दौर शुरू हो गया है कि पीएम ने किस परिवार की चर्चा की है।
पीएम ने कहा कि कुछ लोगों की वाणी और व्यवहार में कितना फर्क होता है, मेरे सवाल के जवाब में है। रात दिन का अंतर होता है. हम एससी एसटी समाज को कैसे सशक्त कर रहे हैं, समाज में तनाव पैदा किए बिना एकता की भावना को बरकरार रखते हुए वंचितों का कल्याण कैसे किया जाता है, एक उदाहरण देता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम लगातार युवा भविष्य को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ दल हैं, जो युवाओं को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “ये दल, चुनाव के दौरान वादा तो करते हैं, लेकिन पूरा नहीं करते हैं। ये दल, युवाओं के भविष्य पर आप-दा बनकर गिरे हुए हैं।”

 

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