कण्वाश्रम गुरुकुल के संस्थापक “योगीराज” ने महापरिषद को दिया पत्र
जयनत प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कण्वाश्रम के विकास को लेकर सनातन महापरिषद की ओर से किए जा रहे कार्यों की वैदिक आश्रम गुरुकुल महाविद्यालय कण्वाश्रम ने स्वागत किया है। इस दौरान गुरुकुल महाविद्यालय ने महापरिषद को कण्वाश्रम में पेयजल सहित अन्य समस्याओं से भी अवगत करवाया। साथ ही कण्वाश्रम व गुरुकुल के विकास में योगदान की अपील की।
इस संबंध में वैदिक आश्रम गुरुकुल महाविद्यालय, कण्वाश्रम के प्रधानाचार्य संजय रावत, आचार्य मनमोहन नौटियाल, आचार्य सुदीप, आचार्य रविंद्र ने महापरिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएस रावत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीएम पांडेय को पत्र दिया। साथ ही पदाधिकारियों से गुरुकुल के बेहतर विकास में भी योगदान देने की अपील की। कहा कि परिषद के प्रयासों से कण्वाश्रम को देश-विदेश में पहचान मिल रही है। इसे विश्व पटल पर पहुंचने के लिए महापरिषद लगातार प्रयास कर रहा है। कहा कि कण्वाश्रम देवभूमि उत्तराखंड का गौरवशाली ऐतिहासिक व सांस्कृतिक केंद्र है। यहां के विद्यार्थियों, स्थानीय निवासियों तथा योग-अध्ययनार्थ आने वाले विदेशी पर्यटकों को पानी की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या न केवल दैनिक जीवन बल्कि योग एवं आयुर्वेदिक साधना शिविरों के आयोजन में भी बाधा उत्पन्न कर रही है। कई बार विद्यार्थियों को पानी के लिए प्राकृतिक स्रोतों के चक्कर काटने पड़ते हैं। सनातन महापरिषद ने इसके लिए जल्द ही शासन-प्रशासन से मिलने का भी अश्वासन दिया। इस मौके पर प्रदेश संगठन मंत्री कंचन सुंडली, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक असवाल, प्रदेश समन्वयक राजेश मोहन, प्रीति कुलाश्री आदि मौजूद रहे।