नए साल के पहले दिन जाम हुए रोडवेज बसों के पहिये
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नए कानून के विरोध में सोमवार को रोडवेज बस चालकों की हड़ताल रही। मैदान के साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन नहीं होने से यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। पूरे दिन यात्री वाहनों की तलाश में इधर से उधर भटकते हुए नजर आए।
कोटद्वार को गढ़वाल का प्रवेश द्वार कहा जाता है। यहां से पहाड़ के साथ ही दिल्ली, देहरादून, गुरुग्राम सहित अन्य मैदानी क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन किया जाता है। लेकिन, नव वर्ष पर रोड़वेज की हड़ताल होने से यात्रियों को वाहनों की तलाश में इधर-उधर भटकना पड़ा। बस चालकों ने बताया कि केंद्र सरकार के नए कानून के विरोध में हड़ताल का आह्रवान किया गया है। चालकों ने हिट एंड रन केस के नए प्रावधान को लेकर केंद्र सरकार की ओर से लागू नए प्रावधान को लेकर नाराजगी जताई। चालकों ने सरकार से इस प्रस्तावित कानून पर पुन: विचार करने की मांग की। कहा कि केंद्रीय मंत्रीमंडल ने वाहन से दुर्घटना होने पर चालक को 10 वर्ष का करावास और पांच लाख अर्थदंड वसूलने का प्रावधान किया है। एक जनवरी 2024 से तीन जनवरी तक तीन दिन देशव्यापी हड़ताल रहेगी। कहा कि केंद्र सरकार के इस नए प्रावधान ने चालकों में खौफ पैदा कर दिया है। चालकों के हित को देखते हुए सरकार को कानून लागू करने से पहले विचार करना चाहिए।