अररिया , बिहार के अररिया जिले में ‘मुन्ना भाईÓ स्टाइल में फर्जीवाड़े की एक ऐसी हैरान कर देने वाली कहानी सामने आई है, जिसे सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। दारोगा की परीक्षा में फेल होने के बाद एक युवक ने न केवल अपने परिवार से झूठ बोला, बल्कि पूरे 5 साल तक नकली वर्दी और नकली पिस्तौल के दम पर फर्जी दारोगा बनकर जिंदगी जीता रहा। इस दौरान उसकी शादी भी हो गई और पत्नी भी रोज उसे टिफिन बनाकर ड्यूटी पर भेजती रही। इस नटवरलाल का भांडा तब फूटा जब वह एक महिला की पैरवी करने सीधे एसपी ऑफिस पहुंच गया।
एसपी ऑफिस में चाल-ढाल से हुआ शक
घटना अररिया के नगर थाना क्षेत्र की है। पुलिस के मुताबिक, मधेपुरा जिले के सिंघेश्वर थाना क्षेत्र निवासी रणवीर कुमार (32) पुलिस की वर्दी पहनकर एक महिला के केस की पैरवी करने अररिया एसपी कार्यालय पहुंचा था। वहां मौजूद असली पुलिसकर्मियों को उसकी वर्दी पहनने के तौर-तरीके और हाव-भाव देखकर शक हुआ। पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना तुरंत नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक को दी। जैसे ही वह ऑफिस से बाहर निकला, पुलिस ने उसे रोक लिया। जब उससे पुलिस की कार्यप्रणाली और वरीय अधिकारियों के बारे में सवाल पूछे गए, तो वह बगले झांकने लगा और उसकी पोल खुल गई।
2018 में फेल हुआ, 2024 में पकड़ा गया
कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने एक फिल्मी कहानी बयां की। उसने बताया कि साल 2018 में उसने दारोगा भर्ती की परीक्षा दी थी, लेकिन वह फेल हो गया था। समाज और परिवार में इज्जत बचाने के लिए उसने झूठ बोला कि उसका चयन हो गया है। इस ‘कामयाबीÓ की खुशी में परिजनों ने धूमधाम से उसकी शादी कर दी। ससुराल वाले भी दारोगा दामाद पाकर बेहद खुश थे। परिवार को शक न हो, इसलिए वह पूर्णिया और कटिहार जैसे अलग-अलग जिलों में रहता था ताकि सबको लगे कि उसकी पोस्टिंग बदल रही है।
पत्नी बनाती थी खाना, पति जाता था ‘फर्जीÓ ड्यूटी
रणवीर की पत्नी को शादी के 5 साल बाद भी यह नहीं पता चला कि उसका पति पुलिसवाला नहीं है। वह वर्तमान में अररिया के फारबिसगंज स्थित गोरियारी में पत्नी और 4 साल के बच्चे के साथ रह रहा था। पत्नी रोज सुबह उसे तैयार कर खाना देती और वह वर्दी पहनकर घर से निकल जाता। असल में वह ग्रामीण इलाकों में लोगों को पुलिस का धौंस दिखाकर और थानों में काम करवाने के नाम पर ठगी करता था। पुलिस को उसके पास से नकली पिस्टल और वर्दी बरामद हुई है।
माता-पिता अब भी मानने को तैयार नहीं
पुलिस की गिरफ्तारी के बाद जहां पत्नी के पैरों तले जमीन खिसक गई है, वहीं आरोपी के माता-पिता अभी भी सदमे में हैं। उनका कहना है कि उनका बेटा तो खुद दारोगा है, पुलिस उसे कैसे पकड़ सकती है? फिलहाल, नगर थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, सरकारी वर्दी का दुरुपयोग और रंगदारी जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। पुलिस अब यह भी जांच रही है कि इन पांच सालों में उसने कितने लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।