राजस्थान: कांग्रेस ने पति को बनाया उम्मीदवार तो भड़कीं विधायक पत्नी, बोलीं- मेरा टिकट काटकर गलत किया
जयपुर, एजेंसी। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के रण में उतरी बीजेपी और कांग्रेस अपने-अपने पत्ते खोल रही हैं। दोनों ही दलों ने अपने उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर दी है। टिकट की आस लगाए बैठे कई नेताओं को झटका लगा है। रामगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस को नाराजगी भी झेलनी पड़ रही है। दरअसल, पार्टी ने रामगढ़ सीट से मौजूदा विधायक साफिया खान का टिकट काटकर उनके पति जुबैर खान को अपना प्रत्याशी बनाया है।
खुद का टिकट काटे जाने और पति को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद विधायक साफिया खान ने नाराजगी जाहिर की है। साफिया ने कहा कि कांग्रेस ने मेरा टिकट काटकर गलत किया है। टिकट कटने के बाद खुद से मिलने पहुंचे समर्थकों और मीडियाकर्मियों से साफिया ने कहा, ‘समाज पुरूष प्रधान है। महिलाएं पूरी तरह से स्वीकार नहीं है। अब जहां पार्टी कहेगी वहीं काम करूंगी। महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ाने की बात करना आसान है, लेकिन उस पर अमल करना मुश्किल है।’
पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं का निर्वाचन तो हो जाता है, लेकिन काम नहीं कर पाती है। अभी समाज की मानसिकता बदलने में समय लगेगा। जुबैर भी रामगढ़ सीट से काफी अच्छे वोटों से जीतेंगे, उनकी छवि काफी अच्छी है।
साफिया ने ये भी कहा कि सरकार ने विकास कार्य भी बहुत करवाए हैं। वहीं, टिकट मिलने के बाद जुबैर ने कहा कि साफिया को पार्टी के साथ रहना चाहिए, उन्हें चुनाव प्रचार भी करना चाहिए। पार्टी का निर्णय सभी को मानना चाहिए।
बता दें कि जुबैर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निकट माने जाते हैं। जुबैर तीन बार रामगढ़ से ही विधायक रहे हैं। 2018 के चुनाव में पार्टी ने उनकी पत्नी साफिया को टिकट दिया था।
उधर, सीकर जिले में दो अलग-अगल सीटों से सगे भाई अलग-अलग पार्टियों से चुनाव लड़ रहे हैं। लक्ष्मणगढ़ सीट से भाजपा की टिकट पर सुभाष महरिया और फतेहपुर सीट से उनके छोटे भाई नन्द किशोर महरिया जननायक जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। सुभाष पूर्व में स्व. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे हैं।