घर-घर कूड़ा उठाने के वाहन संचालित होने के बाद भी सड़कों पर डाल रहे गंदगी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम प्रत्येक वार्ड में कूड़ा वाहन संचालित कर रहा है। बावजूद कुछ ऐसे व्यक्ति भी हैं जो अपनी जिम्मेदारी को भुलाकर शहर को गंदा कर रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण सड़कों के किनारे जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर हैं। चौंकाने वाली बात तो यह है कि जहां निगम ने कूड़ा न डालने का चेतावनी बोर्ड लगाया है। वहीं, सबसे अधिक गंदगी के ढेर नजर आते हैं। ऐसे में कैसे शहर स्वच्छता के पायदान में आगे बढ़ेगा यह बड़ा सवाल है।
स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वें 2024 में कोटद्वार नगर निगम को 305वां स्थान मिला। जबकि, वर्ष 2022 में 270वां स्थान था। मतलब, शहर स्वच्छता के पायदान में लगातार पिछड़ता जा रहा है। लेकिन, इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर की स्थिति को सुधारने के लिए नगर निगम पूरी गंभीरता से कार्य कर रहा है। बकायदा, घर-घर जाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। नगर निगम ने आमजन से स्वच्छता सर्वे के लिए जारी आनलाइन फार्म भरने का भी आग्रह किया। बावजूद कुछ ऐसे लोग भी हैं जो निगम के प्रयोगों को पलीता लगा रहे हैं। घर-घर कूड़ा गाड़ी पहुंचने के बाद भी घर व प्रतिष्ठानों की गंदगी सड़क किनारे डाली जा रही है। लोगों के मन में भय पैदा करने के लिए निगम ने सड़क किनारे चेतावनी बोर्ड भी लगाए। लेकिन, स्वच्छता के दुश्मनों ने चेतावनी बोर्ड के आगे ही कूड़े का ढेर लगाना प्रारंभ कर दिया। ऐसे में निगम के समक्ष कई चुनौतियां खड़ी होती जा रही हैं।
स्कूल के बाहर गंदगी का ढेर
देवी रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय सिताबपुर के प्रवेश द्वार को ही लोगों ने कूड़ा डालने का अड्डा बना दिया है। ऐेसे में कई बार विद्यार्थियों को स्कूल में जाने के लिए कूड़े के ऊपर से होते हुए जाना पड़ता है। यही नहीं कूड़े से उठने वाली दुर्गंध के कारण बच्चों व शिक्षकों का कक्षाओं में बैठना भी मुश्किल हो गया है। उक्त स्कूल के बाहर दीवार पर भी स्वच्छता का संदेश है और उसी के समीप चेतावनी बोर्ड भी लगा है। बाजवूद चेतावनी बोर्ड के आगे ही कूड़ा डाला जा रहा है।
रात के अंधेरे में डालते हैं कूड़ा
अधिकांश व्यक्ति रात के अंधेरे में सड़क पर कूड़ा डालते हैं। जिससे नगर निगम इन्हें चिह्रित नहीं कर पाता। तो कई लोग सुबह की सैर पर आते समय हाथों में कूड़े के बैग लेकर आते हैं और इन्हें सड़क पर फेंक देते हैं। नगर निगम ने गंदगी फैलाने वालों पर नजर रखने के लिए 16 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। लेकिन, लोगों ने उक्त स्थान के बजाय दूसरी जगह कूड़ा फेंकना प्रारंभ कर दिया है।
तीस रुपये का लालच
नगर निगम के चालीस वार्डों में घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए सुबह के समय निगम के वाहनों का संचालन किया जाता है। प्रतिदिन पचास टन कूड़ा वार्डों से एकत्रित कर उसे ट्रेचिंग ग्राउंड में डाला जाता है। योजना को बेहतर तरीके से चलाने के लिए लोगों से माह में मात्र तीस रुपये का चार्ज लिया जाता है। लेकिन, कोटद्वार में मात्र चालीस फीसदी ही घरों से गाड़ियों में कूड़ा डाला जा रहा है। जबकि, अन्य लोग तीस रुपये के लालच में सड़कों व खाली प्लाट को कूड़ा डंपिंग जोन बना रहे हैं।