विकासनगर। पति और उसके परिजनों ने दहेज के लिए महिला और उसके नवजात को छोड़ दिया। महिला की तहरीर पर पुलिस ने पति, सास, ससुर सहित सभी ससुरालियों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष सेलाकुई पीडी भट्ट ने बताया कि एक महिला ने थाने में तहरीर दी है। बताया कि उसका विवाह प्रमोद कुमार पुत्र राम निवास रायल निवासी ग्राम व पोस्ट ऑफिस कारी तहसील नवलगढ़, जिला झुंझुनू राजस्थान के साथ हुआ था। शादी के बाद वह और उसका पति एक साल तक प्रगति विहार सेलाकुई में रहे। उसके बाद वह उसे अपने पैतृक गांव राजस्थान ले गया। जहां सास गीता देवी, जेठ मनोज व देवर उसे ताने मारकर दहेज की मांग करने लगे। उसे आए दिन परेशान करने लगे। उसको खाने पीने व लत्ते कपड़ों से भी तंग करने लगे। उससे खेतीबाड़ी का काम करवाने लगे। उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट कर उसका उत्पीड़न करते रहे। बताया कि इसके बाद वह एक दिन अपने मायके आ गई, लेकिन उसके पति और ससुरालियों ने उसकी कोई खोज खबर नहीं ली। धमकी दी कि अगर वह दोबारा राजस्थान आई तो उसे जान से मार देंगे। बताया कि वर्ष 2022 में उसने विकासनगर में वाद दायर किया। जिस पर न्यायालय ने विपक्षी को तलब किया। जिस पर उसके पति ने उससे समझौता कर लिया। समझौते के बाद वह सेलाकुई में पति के साथ चार महीने कमरा लेकर रही। इसी बीच वह गर्भस्थ हो गई। जिस पर पति फिर उसे राजस्थान ले गया। बताया कि डॉक्टर ने बेड रेस्ट को कहा था, लेकिन ससुराल वाले उससे काम करवाने लगे। इसके बाद उसका ऑपरेशन से बच्चा हुआ, लेकिन उन्होंने उसे बच्चा नहीं दिया। जिस पर मजबूर होकर वह बच्चे के साथ अपने मायके आ गई, लेकिन पति उसे फोन पर गाली-गलौज करने लगा। राजस्थान आने पर उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। कहते हैं कि अगर आएगी तो दो लाख रुपये साथ लेकर आना। थानाध्यक्ष ने बताया कि तहरीर पर पति प्रमोद कुमार, सास गीता देवी, जेठ मनोज, देवर विनोद, सम्पत देवी पत्नी झंडू राम व झंडू राम निवासीगण प्रगति विहार खेड़ा गली सेलाकुई व सुमन देवी पत्नी रणबीर पुनिया निवासी ग्राम सही कलां तहसील सूरजगढ़, जिला झुंझनू राजस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।