नई टिहरी : ब्लाक जौनपूर के दर्जनों गावों में बंदरों व सुअरों के कारण ग्रामीणों की नगदी फसलें बर्बाद हो रही है। ग्रामीणों ने वन विभाग सहित स्थानीय प्रशासन से जंगली जानवरों से फसलों को बचाने की मांग करते हुए प्रतिकर की मांग की है। इन दिनों जौनपूर ब्लाक के दसज्यूला, छैज्यूला के मोलधार, ओतण, भुयासारी ढीक, बैड, कुंड, डांडा, परोड़ी, लगड़ासू, क्यारी आदि गांवों में काश्तकारों की नगदी फसलों में आलू, मटर, बीन, गोभी, शिमला मिर्च, अरबी के अलावा अन्य फसलों को जंगली जानवर जमकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिससे क्षेत्र के काश्तकार खासे परेशान व दु:खी हैं। काश्तकार सोबन सिंह, जयदेव, जगतंबा दास, प्यारे लाल, शूरवीर सिंह, विक्रम आदि का कहना है कि उन्होंने खेतों में हजारों रूपये के बीच बोकर फसलों को तैयार करने का काम किया जाता है। लेकिन बंदरों व सुअरों ने उनकी फसलों को बुरी तरह से बर्बाद कर दिया है। जिससे उन्हें खासा नुकसान हो रहा है। सम्बंधित विभागों से लगातार फैन्सिंग वाल की मांग की जाती रही है। लेकिन इस पर विभाग ध्यान नहीं देते हैं। जिसके चलते काश्तकारों की मेहनत पर पानी फिरता है। क्षेत्र के काश्तकारों ने स्थानीय प्रशासन व वन विभाग से इस पर कार्यवाही मांग करते हुए जंगली जानवरों से निजात दिलाने की मांग की है। मामले में रेंज अधिकारी लतीका उनियाल का कहना है कि नुकसान की शिकायत लिखित रूप से विभाग से करें। विभाग प्रतिकर को लेकर कार्यवाही करेगा। वन पंचायतों के माध्यम से सुरक्षा के लिए तत्परतो से काश्तकार प्रस्ताव भेजें। (एजेंसी)