पैसा नहीं मिलने पर नाराजगी, करेंगे आंदोलन
पीएसीएल कंपनी के निवेशक व अभिकर्ताओं ने दी आंदोलन की चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: रियल इस्टेट की कंपनी पीएसीएल में अपना पैसा लगा चुके निवेशकों और अभिकर्ताओं ने 15 मार्च से आंदोलन की चेतावनी दी है। कहा कि वह पैसा वापस दिलवाने के लिए कई बार सरकार से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक सरकार ने उनकी सुध नहीं ली।
गुरुवार को पदमपुर सुखरौ में बैठक का आयोजन किया गया। निवेशकों ने कहा कि 1996 में पीएसीएल लिमिटेड नाम की एक रियल इस्टेट की कंपनी शुरू हुई थी। कंपनी द्वारा भूखंड देने के नाम पर एकमुश्त एवं किस्त की योजना चलाई, जिसमें क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय एजेंटों के विश्वास पर बड़ी संख्या में निवेश कर दिया। इसके बाद अचानक भारत सरकार ने कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया। सुप्रीम कोर्ट ने आरएम लोढा कमेटी का गठन किया और उसे कंपनी की संपत्ति को बेचने का अधिकार देकर छह माह के अंदर निवेशकों का पैसा वापस दिए जाने के आदेश दिए थे, लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक निवेशकों के पैसे वापस नहीं दिए जा रहे हैं। इसके कारण कोटद्वार-भाबर क्षेत्र के निवेशक मायूस हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए उनकी रकम को जल्द वापस दिलाने की मांग की। इस मौके पर सुखदेव शास्त्री, गजेंद्र सिह रावत, धर्मेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, कल्पना रावत, लक्ष्मी बिष्ट, अनिता देवी, इंदु देवी, कुलदीप सिंह, तानिया बिष्ट, अभिषेक रावत, शुभम उनियाल, गजेंद्र सिंह रावत, चंद्र सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।