भ्रष्टाचार के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे लड़ाई

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चमोली : उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ने चमोली के जिला मुख्यालय गोपेश्वर में उत्तराखंड के जनता, जल, जमीन, जंगल, युवा पीढ़ी के वर्तमान भविष्य, रोजगार, राजनीतिक, सामाजिक मूल्यों पर मंथन किया। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के नेताओं के साथ ही बड़ी संख्या में युवा और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग इस गोष्ठी में पहुंचे। लगभग तीन घंटे चले विचार विमर्श में वक्ताओं और नेताओं ने राज्य को संवारने और उत्तराखंड राज्य निर्माण के शहीदों और राज्य निर्माण आन्दोलन के आन्दोलनकारियों की अपेक्षा के अनुसार सुराज और स्वाभिमान के उत्तराखण्ड को बनाये रखने का संकल्प लिया। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा की गोष्ठी में मुख्य फोकस उतराखण्ड में मूल निवास, सशक्त भू-कानून बनाने तथा उतराखण्ड में भ्रष्टाचार के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ने की बात रही। उत्तराखंड की राजनीति में युवाओं के संगठन उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के नेताओं ने गोपेश्वर में गुरुवार को आयोजित बैठक में उतराखण्ड के स्वाभिमान की लड़ाई को अपना संकल्प और लक्ष्य बताया। साथ ही उतराखण्ड के जल जमीन और संसाधनों पर उत्तराखंड और यहां की जनता का पहला हक बताते हुए नया उत्तराखंड, भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड निर्माण का व्रत लिया। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ने गोपेश्वर में आयोजित गोष्ठी में जनपद चमोली इकाई का गठन भी किया। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के त्रिभुवन चौहान ने कहा कि उतराखण्ड के सुरक्षित भविष्य किस तरह से इस लड़ाई को लड़ा जाए उतराखण्ड के जल जंगल जमीन पर माफिया लगातार कब्जा कर रहे हैं। उतराखण्ड के मूल निवसियों को उनके हकों से बेदखल किया जा रहा है इन मूल उद्देश्यों पर मिलकर कार्य करने की जरूरत है। मोर्चा के नेता बाबी पंवार ने कहा हम उत्तराखंड के लोग देश की सीमाओं के प्रहरी भी हैं। युवाओं के वर्तमान और भविष्य की कोई रीति नीति सरकारों के पास नहीं है। बडे बडे दल सिर्फ बडी़ बडी़ बातें करते हैं। पर जमीनी हकीकत से इन दलों का कोई सम्बन्ध नहीं है। उत्तराखंड की राजनीति में मास्टर जी के नाम से जाने जाने वाले और उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के नेता ने कहा उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा उत्तराखंड की जमीनी लडाई, संघर्ष और उत्तराखंड के मान सम्मान के लिए जनता के बीच में है। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के युवा नेता लुसुन टोडरिया ने युवाओं और उत्तराखंड की आम जनता का आह्वान करते हुये कहा अभी न जुड़े न जुटे और मिलकर न लडे तो उत्तराखंड कैसे संवरेगा। कहा उत्तराखंड मूल निवास, सशक्त भू-कानून और रोजगार तथा उत्तराखंड की पहचान स्वाभिमान हमारा मूल्य संकल्प है। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा की गोपेश्वर में आयोजित चिंतन मंथन बैठक में चिपको आन्दोलन की नेत्री गौरा देवी के बेटे चन्द्र सिंह समेत सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग और युवा, किसान मौजूद रहे। (एजेंसी)

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