डिजिटल शिक्षा के लिए होना होगा तैयार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : रोहित अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज उमरावनगर में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत दो दिवसीय ‘संकुल स्तरीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग’ का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर सह संकुल प्रमुख संजय ममगाईं ने बताया कि हमें आने वाले समय में आधुनिक एवं डिजिटल शिक्षा के लिए तैयार होकर शिक्षा प्रदान करनी है।
कार्यक्रम का शुभारंभ संकुल प्रमुख लोकेंद्र अंथवाल, सह-संकुल प्रमुख संजय ममगाईं पौड़ी, रोहित अग्रवाल स0वि0म0इ0का0 उमरावनगर प्रधानाचार्य कुंज बिहारी भट्ट, मेहरबान सिंह कंडारी स0वि0म0इ0का0के प्रधानाचार्य चंदन नकोटी व स0वि0म0इ0का0 सतपुली के प्रधानाचार्य देव सिंह डडवाल ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर संकुल के वरिष्ठ प्रधानाचार्य कुंज बिहारी भट्ट ने शिशु मन्दिर की स्थापना से विद्या भारती के वर्तमान स्वरूप के विषय में अवगत कराते हुए कहा कि सन् 1952 से शिशु मंदिर योजना का प्रारंभ हुआ। 1978 से विद्या मंदिर का अखिल भारतीय स्वरूप स्थापित हुआ। आज संस्थान से अध्ययन प्राप्त छात्र-छात्राएं देश के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। प्रशिक्षण वर्ग के द्वितीय सत्र में मुख्य प्रशिक्षक संजय ममगाईं द्वारा “कला समेकित अधिगम” विषय पर पीपीटी के माध्यम से अपना प्रस्तुतीकरण दिया गया। इस प्रशिक्षण वर्ग में पौड़ी संकुल के सरस्वती विद्मा मंदिर इंटर कॉलेज के चार विद्यालयों से लगभग 60 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।