नईदिल्ली ,शीतकालीन सत्र 2025 का आज पांचवा दिन है. दोनों सदनों की कार्यवाही जारी है. इससे पहले बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को सुचारुरूप से चलाने के लिए सभी सांसदों की बैठक बुलाई थी. उसके बाद गुरुवार को दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारुरूप से चली.
ऑर्डर देने के बाद दस मिनट के भीतर या यथाशीघ्र सेवाएं देने वाले ‘डिलीवरी ब्वॉय (आपूर्ति करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि)Ó की समस्याएं उठाते हुए आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि ”भारतीय अर्थव्यवस्था के इन अनदेखे पहियोंÓÓ की खामोशी के पीछे रोजगार की जरूरत और उसे लेकर व्याप्त असुरक्षा इन्हें अपनी जान जोखिम में डालने के लिए मजबूर करती है. शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए चड्ढा ने कहा ”जोमैटो, स्विगी के डिलीवरी ब्वॉय, ओला एवं उबर के ड्राइवर, ब्लिंकिट एवं जैप्टो के राइडर एवं अर्बन कंपनी के प्लंबर या ब्यूटीशियन वैसे तो गिग वर्कर हैं लेकिन वास्तव में ये लोग भारतीय अर्थव्यवस्था के अनदेखे पहिये हैं.ÓÓ
उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी में अहम बदलाव लाने वाली ई कॉमर्स और इन्स्टा डिलीवरी कंपनियां इन ”खामोश कार्यबलÓÓ की बदौलत अरबों रुपये कमा चुकी हैं और कमा रही हैं लेकिन यह बदलाव लाने वाले और इन कंपनियों को अरबपति बनाने वाले कामगारों की हालत दिहाड़ी मजदूरों से भी बदतर है. चड्ढा ने कहा कि तेज गति और आपूर्ति समय के दबाव के चलते यह गिग वर्कर सोचता है कि अगर देर हुआ तो रेटिंग गिर जाएगी, प्रोत्साहन राशि कट जाएगा, ऐप लॉगआउट कर देगा या आईडी ब्लॉक कर देगा. उन्होंने कहा कि इसी डर से वह लाल बत्ती को नजरअंदाज कर अपनी जान जोखिम में डालते हुए शीघ्रता से सामान की आपूर्ति करने का प्रयास करता है.
उन्होंने कहा कि आपूर्ति में दस मिनट का विलंब होने पर ग्राहक की नाराजगी का डर मन में रहता है. उन्होंने कहा कि विलंब होने पर ग्राहक डिलीवरी ब्वॉय को पहले तो फोन कर डांटता है फिर उसे यह कह कर डराता है कि तुम्हारी शिकायत कर दूंगा और फिर उसे एक स्टार की रेटिंग दे कर उसकी महीने भर की मेहनत पर पानी फेर देता है. चड्ढा ने कहा कि इन लोगों का काम रोज 12 से 14 घंटे होता है, चाहे मौसम कोई भी हो. ”इनके पास सुरक्षा के उपकरण भी नहीं होते और इन्हें विशेष बोनस या अतिरिक्त भत्ता भी नहीं मिलता. इनके लिए ”कमाई कम, बीमारी ज्यादाÓÓ वाली हालत है.ÓÓ उन्होंने कहा ”इसके बावजूद अपना दर्द छिपा कर, विषम परिस्थितियों में, ऑर्डर लाने के बाद ये लोग मुस्कुरा कर कहते हैं कि धन्यवाद महोदय, कृपया पांच स्टार की रेटिंग दे दीजिये.ÓÓ
रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह एक बहुत जरूरी इशारा है, और आपको यह समझना चाहिए कि डिप्लोमेसी सिंबल और असलियत दोनों है. सिंबल हमारी फॉरेन पॉलिसी आउटरीच का एक जरूरी हिस्सा है. जब प्रधानमंत्री एयरपोर्ट जाते हैं, जब वह उन्हें अपनी कार में बिठाते हैं, जब वह उन्हें प्राइवेट डिनर पर ले जाते हैं, जब वह उन्हें रशियन में ट्रांसलेट की हुई गीता गिफ्ट करते हैं, ये सभी बहुत जरूरी सिंबल हैं, लेकिन वे असलियत का सब्स्टीट्यूट नहीं हैं. असलियत अभी बंद दरवाजों के पीछे चल रही है. हमें नहीं पता कि क्या बातचीत हो रही है, लेकिन मुझे कोई संदेह नहीं है कि यह एक बहुत जरूरी सिग्नल है और रूस के साथ हमारा बहुत लंबे समय से एक बहुत जरूरी रिश्ता रहा है. यह निश्चित रूप से तब साफ होगी जब दौरे के आखिर में फैसले आएंगे. हमें खुद तय करने का हक है कि हम किससे मिलते हैं, बिना यह देखे कि यह किसी दूसरे देश के रिश्ते से किसी भी तरह से जुड़ा हुआ है. मुझे उम्मीद है कि हम यूएस, यूरोप और चीन के साथ अच्छे इंडिपेंडेंट रिश्ते बनाए रखेंगे. हमें इस बात की चिंता क्यों करनी चाहिए कि लोग कैसे रहेंगे.
वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के इस आरोप पर कि विदेशी नेताओं से लोगों से मिलने की इजाजत नहीं है इस पर उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि विपक्षी नेता दूसरे नेताओं और दूसरे विदेशी प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों से मिल चुके हैं जो आए हैं. इस बार ऐसा क्यों नहीं हो सका, आपको सरकार से पूछना होगा.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार इस मामले की जांच कर रही है. रीजीजू ने कहा, सदन में आने से पहले मैंने नागर विमानन मंत्री से बात की. एयरलाइन जिन तकनीकी समस्याओं का सामना कर रही है, उन पर सरकार विचार कर रही है. मैंने नागरिक उड्डयन मंत्री को कहा है कि वे सदस्यों के लिए प्रतिक्रिया तैयार करें क्योंकि वे सदन में इस मुद्दे को उठाएंगे. उन्होंने नागर विमानन मंत्री कहा कि सदन और नागरिकों को स्थिति के बारे में सूचित किया जाना चाहिए.
पिछले दो दिनों में एयरलाइन कंपनी इंडिगो द्वारा लगभग 500 उड़ानों के रद्द किए जाने का मुद्दा शुक्रवार को राज्यसभा में उठा तथा कांग्रेस सदस्य प्रमोद तिवारी ने एयरलाइन के एकाधिकार और इसका सांसदों और आम आदमी पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंता जताई. शून्यकाल के दौरान तिवारी ने व्यवस्था के नाम पर उठाते हुए कहा कि उड़ानों के रद्द होने से कई सांसदों की सप्ताहांत यात्रा योजनाएं प्रभावित हुई हैं.
उन्होंने कहा, एक मुद्दे पर कई लोग चिंतित हैं, और आप भी मुझसे सहमत होंगे. एयरलाइन इंडिगो ने कल (बृहस्पतिवार) और परसों (बुधवार को) लगभग 500 उड़ानें रद्द की हैं. मैं समसामयिक मुद्दा उठाना चाहता हूं, जो सभी को प्रभावित करता है.
तिवारी ने बताया कि कई सांसदों ने शुक्रवार को घर लौटने और सोमवार को वापस आने के लिए उड़ान में अपना टिकट बुक किया था, लेकिन उड़ान रद्द होने के बाद अब उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, समस्या एक एयरलाइन के एकाधिकार के कारण उत्पन्न हुई है. मैं आप के माध्यम से संबंधित मंत्री से अनुरोध करना चाहता हूँ कि इस नियम को लागू करने वाले मंत्री सदन को बताएं कि समस्या कब दूर होगी? क्या सरकार कोई कदम उठा रही है?
इंडिगो एयरलाइंस की देश भर में फ्लाइट में देरी पर राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने कहा कि इसका कारण यह है कि इंडिगो को नए नियमों के अनुसार और पायलटों की भर्ती करनी है. उनके पास ऑपरेट करने के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं है. पायलटों को दो दिन के आराम की भी जरूरत होती है, और अटेंडेंट को कई फ्लाइट में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. ये नए नियम जनता के हित और सुरक्षा के लिए हैं. जहां तक राहुल गांधी के बयानों की बात है, हमें उन्हें गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि यह बहुत अजीब है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता को प्रेसिडेंट पुतिन से मिलने का टाइम नहीं दिया गया. यह परंपरा रही है जिसे अटल बिहारी वाजपेयी समेत सभी प्राइम मिनिस्टर फॉलो करते आए हैं. इस सरकार ने इन संसदीय परंपरा को ही खत्म कर दिया है. भारत और रूस के बीच रिश्ते मजबूत करने के पीछे गांधी परिवार का हाथ था. वहीं, इंडिगो की देश भर में फ्लाइट्स में देरी और कैंसलेशन पर उन्होंने कहा कि यह बहुत सीरियस मामला है. डीजीसीए को इंडिगो के साथ मीटिंग करनी चाहिए. लोग बहुत परेशान हैं. जल्द से जल्द कोई सॉल्यूशन निकाला जाना चाहिए.
संसद के शीतकालीन सत्र 2025 के दौरान आज लोकसभा में हेल्थ, नेशनल सिक्योरिटी सेस बिल पर आगे विचार और पासिंग के लिए चर्चा होगी.
डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने नियम 267 के तहत राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है और तमिलनाडु में भड़काए गए सांप्रदायिक तनाव पर चर्चा की मांग की है.