समस्याओं का समाधान नहीं होने पर भेल कर्मचारियों ने किया प्रबंधन व नगर प्रशासक के खिलाफ प्रदर्शन
हरिद्वार। टाउनशिप में व्याप्त अनियमितताओं लचर सफाई व सीवर व्यवस्था, आवासों का आवंटन व मेंटीनेंस आदि समस्याओं के विरोध में प्रबंधन व नगर प्रशासक का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान हैवी इलैक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन के महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि वर्ष 1963 से भेल की हरिद्वार यूनिट में निरंतर उत्पादन हो रहा है। भेल के इतिहास में कभी भी उपनगरी में सफाई व्यवस्था का इतना बुरा हाल नहीं था। वर्तमान में स्थिति इतनी खराब है कि महीनों तक कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। सीवर लाईन चोक हो रही हैं। शिकायतों के बावजूद भी चोक हो रही सीवर लाईनों को ठीक नहीं कराया जा रहा है। कर्मचारी आवासों का मेंटीनेंस नहीं हो रहा है। बरसात होने पर क्वार्टरों की छत टपकने लगती है। टाउनशिप में चोरी वारदात लगातार बढ़ रही हैं। बढ़ती चोरी की वारदात रोकने में भी भेल प्रबन्धन अक्षम साबित हो रहा है। सड़कों का बुरा हाल है। अवगत कराने के बाद भी प्रबन्धन ज्वलंत समस्याओं के समाधान के प्रति गम्भीर नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भेल प्रबन्धन व नगर प्रशासक ने 15 दिन के अंदर समस्याओं का समाधान नहीं किया तो टाउनशिप का सारा कूड़ा नगर प्रशासक कार्यालय में डलवा दिया जाएगा। हेवी इलेक्ट्रिकल वर्क ट्रेड यूनियन के उपाध्यक्ष रवि कश्यप ने कहा कि यदि प्रशासन क्वार्टर की मेंटेनेंस इत्यादि कराने में सक्षम नहीं है तो कर्मचारियों के एचआरए कटौती बंद की करे। जिससे कर्मचारी अपने आवासों मेंटेनेंस स्वंय करा सके। इसके साथ जो भी अधिकारी एवं सुपरवाइजर संपदा विभाग में कार्यरत हैं। उन्हें हटाकर प्लांट में प्रोडक्शन कार्य में लगाया जाए।
सी.एफ.एफ.पी. श्रमिक यूनियन के महामंत्री अमित गोगना ने कहा कि भेल की प्रमुख लोकेशनों पर भूतल पर स्थित क्वार्टर भेल कर्मचारियों को आवंटित करने के बजाए सीधे तौर पर पुलिस एवं प्रशासन के कर्मचारियों को आवंटित किये जा रहे है। जिससे भेल कर्मचारियों को काफी असुविधा हो रही है। सी.एफ.एफ.डब्ल्यू.यू.,सी.एफ.एफ.पी. के महामंत्री जय शंकर ने कहा कि टाउनशिप में किरायेदारी में चल रही दुकानों को तुरंत खाली कराया जाये तथा जो दुकानें टाउनशिप में खाली पड़ी हुई है। उन सभी दुकानों को मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को शीघ्र आवंटित किया जाये। जिससे वह अपने परिवार की अजीविका चला सकें। घेराव व प्रदर्शन करने वालों में रवि कश्यप, बी.जी.शुक्ला, अशोक सिंह, बलवीर सिंह रावत, राकेश मालवीय, अरविन्द मावी, कामता प्रसाद, प्रहलाद सिंह चौहान, सत्येन्द्र प्रताप सिंह, कमलेश राय, नवीन कुमार, हरीश साहू, संदीप जोशी, दिवस श्रीवास्तव, वीरेन्द्र सिंह भदौरिया, इश्तिखार, ऋषिपाल, विजय यादव, भवानी प्रसाद, धर्मेश गुप्ता, अमित पाण्डे, ओम् प्रकाश मीणा, आदेश कुमार, विकास परिडा, अजय कुमार, राजवीर, अजीत पाल सोहेल, अमरजीत सिंह, चंदन देव, कन्हैया लाल, हरद्वारी लाल यादव, जय प्रकाश राय, बाबू लाल, पूरण सिंह रावत, अनिल यादव, चन्द्रभान, सचिन ,दीपक रॉय, पीके वशिष्ठ जी, बीएन यादव, मोहित, नवीन गिरी, विजय, सुरेन्द्र रावत, शैलेश कुमार, ज्ञानप्रकाश, दीपक मोरे आदि सहित सैकड़ों भेल कर्मचारी शामिल रहे।